Rajat Sharma’s Blog: सुशांत की मौत के मामले का रहस्य अब और गहरा हो गया है
गुरुवार को अपने प्राइम टाइम शो 'आज की बात' में हमने दिखाया था कि सुशांत की बहन मीतू सिंह ने 16 जुलाई को पटना पुलिस को क्या बताया था। इस बयान में कही गई बातों और मुंबई पुलिस को दिए गए बयान में जमीन आसमान का अंतर है।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों ने शुक्रवार को अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती और सुशांत सिंह राजपूत के पूर्व हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा सुशांत के घर पर दिवंगत अभिनेता की मौत की जांच के सिलसिले में छापेमारी की। बाद में NCB के अधिकारियों ने रिया के भाई शौविक और सैमुअल मिरांडा से अलग-अलग पूछताछ शुरू की। इस बीच CBI के अधिकारियों ने शुक्रवार को सुशांत की मौत के संबंध में बंटी सजदेह से पूछताछ की। बंटी सुशांत सिंह समेत कई बॉलीवुड स्टार्स और क्रिकेट प्लेयर्स के अकाउंट्स को मैनेज करने वाली फर्म कॉर्नरस्टोन के CEO हैं।
इससे पहले, गुरुवार को, सुशांत के पिता के वकील विकास सिंह ने आरोप लगाया कि तथ्यों से साफ पता चलता है कि सुशांत ने आत्महत्या नहीं की थी, बल्कि उनकी हत्या की गई थी। वकील ने कहा कि पटना में दर्ज FIR में हत्या का जिक्र नहीं किया गया था, लेकिन तथ्य और परिस्थितियां उसी तरफ इशारा करती हैं। वकील ने सुशांत की बहनों द्वारा मुंबई पुलिस को दिए गए बयानों को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने अपने भाई की खुदकुशी के संबंध में रिया का नाम नहीं लिया था। वकील ने कहा कि बयान मराठी में लिखे गए थे, उन्हें नहीं मालूम मुबई पुलिस ने उन बयानों में क्या लिखा और मुंबई पुलिस ने उनसे जबर्दस्ती दस्तखत कराए। विकास सिंह ने कहा कि इस तरह के बयानों का कोई मतलब नहीं है।
गुरुवार को अपने प्राइम टाइम शो 'आज की बात' में हमने दिखाया था कि सुशांत की बहन मीतू सिंह ने 16 जुलाई को पटना पुलिस को क्या बताया था। इस बयान में कही गई बातों और मुंबई पुलिस को दिए गए बयान में जमीन आसमान का अंतर है। हमारे पटना के रिपोर्टर नीतीश चंद्रा ने मीतू सिंह के बयान के ऑडियो रिकॉर्ड से एक-एक शब्द को नोट किया और मुझे भेजा। मैंने भी मीतू सिंह के बयान को पूरा पढ़ा। उनका इस बयान में मुंबई पुलिस को दिए गए और मराठी में लिखे गए बयान की तुलना में ज्यादा डिटेल्स हैं।
मीतू सिंह ने कहा कि वह 8 जून को सुशांत के अपार्टमेंट में पहुंचीं तो पता चला कि रिया और उसके भाई शौविक 2 सूटकेस लेकर वहां से जा चुके थे। उन्होंने कहा, रिया जाते समय उनके भाई का लैपटॉप, घड़ी और कैमरा भी ले गई और इस बात को लेकर सुशांत काफी अपसेट थे। अगले दिन जब दिशा सलियान की खुदकुशी की खबर आई तो सुशांत और और ज्यादा परेशान हो गए और उन्होंने अपनी दीदी से कहा कि रिया और उसके घर वाले उनके कैमरे और लैपटॉप का इस्तेमाल करके उन्हें फंसा देंगे।
मीतू के मुताबिक, सुशांत के स्टाफ ने उन्हें बताया कि रिया ने कभी भी किसी बाहरी शख्स को सुशांत से मिलने की इजाजत नहीं दी। स्टाफ ने यह भी कहा कि रिया, उसका भाई और उसके माता-पिता सुशांत पर लगातार नजर रखते थे। और अगर इनमें से कोई मौजूद नहीं होता था तो फिर श्रुति मोदी या फिर सैमुअल मिरांडा सुशांत पर नजर रखने के लिए रहते थे। रिया ने फ्लैट छोड़ने के बाद सुशांत का नंबर ब्लॉक कर दिया था। मीतू ने कहा कि सुशांत के साइकाइट्रिस्ट का नंबर भी रिया के ही पास था इसलिए साइकाइट्रिस्ट से संपर्क कर पाना भी मुश्किल था। मीतू ने कहा कि चूंकि रिया सुशांत का लैपटॉप भी अपने साथ ले गई थी, इसलिए सुशांत काफी परेशान थे कि वह उनके मेल और सोशल मीडिया का दुरुपयोग करके उन्हें फंसा सकती है। वह काफी डरे हुए थे। मीतू ने 12 जून को फ्लैट से जाने से पहले सिद्धार्थ पिठानी, केशव, नीरज और दीपेश सावंत से अपने भाई की देखभाल करने के लिए कहा था।
मीतू ने कहा, 14 जून को, जिस दिन सुशांत की मौत हुई, सिद्धार्थ पिठानी ने उन्हें फोन करके कहा कि बेडरूम का दरवाजा अंदर से बंद है। मीतू ने सिद्धार्थ से दरवाजा खटखटाने के लिए कहा, और खुद अपने भाई के घर के लिए निकल गईं। रास्ते में सिद्धार्थ ने उन्हें फोन पर बताया कि दरवाजा खोलने के लिए चाभी वाले को बुलाया गया है। मीतू ने कहा, जब वह अपने भाई के फ्लैट से 10 से 15 मिनट की दूरी पर थीं, सिद्धार्थ ने उन्हें फोन पर बताया कि सुशांत ने फांसी लगा ली है। मीतू ने कहा, जब मैं सुशांत के घर पहुंची तो मैंने पाया कि उनका शरीर बिस्तर पर पड़ा था। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए कूपर अस्पताल ले जाया गया। मीतू के मुताबिक, इसी बीच एक अजीब-सी बात हुई। उन्होंने कहा कि संदीप सिंह, जिनसे वह कभी नहीं मिली थीं, घर पर आए, उन्हें अस्पताल ले गए और पोस्टमॉर्टम से जुड़े डॉक्युमेंट्स पर उनके सिग्नेचर करवाए।
अपने बयान में मीतू ने साफ कहा कि रिया, उसके भाई शौविक, मां संध्या, पिता इंद्रजीत और नए-नवेले स्टाफ श्रुति मोदी एवं सैमुअल मिरांडा द्वारा सुशांत को गलत दवाइयां देने, परिवार से दूर रखने और मानसिक प्रताड़ना देने की वजह से उनके भाई की मौत हुई। मीतू ने पिछले साल नवंबर में वॉटरस्टोन रिसोर्ट में हुई मीटिंग के बारे में भी बताया, जहां रिया के वकील के मुताबिक सुशांत की बहनों को उनकी संपत्ति हड़पने की प्लानिंग करते सुना गया था। मीतू ने कहा कि सुशांत के साथ रिया और शौविक भी रिजॉर्ट में रह रहे थे, लेकिन जब मीतू और बाकी दोनों बहनें वहां पहुंची तब रिया, उसका भाई और उसके माता-पिता रिजॉर्ट छोड़कर जुहू स्थित अपने फ्लैट में चले गए। अपनी तीनों बहनों से मिलकर सुशांत काफी खुश हुए थे और उन्होंने अपने स्टाफ को भी उनके बारे में बताया था।
मीतू ने कहा कि अगले दिन शाम को लगभग 4 बजे रिया अपने भाई और माता-पिता के साथ सुशांत की बहनों से मिलने आई। सुशांत ने उन्हें बताया कि वह अपनी बहनों के साथ चंडीगढ़ जाएंगे और फिर अपने रूम में चले गए। रिया ने जब सुशांत के कमरे में जाने की कोशिश की तो उनकी बहनों ने उन्हें रोक दिया और कहा कि सुशांत को आराम की जरूरत है। इसके बाद रिया ने अपने घर जाकर सुशांत से फोन पर बात की। कुछ देर बाद सुशांत अपने कमरे से बाहर निकले तो वह उखड़े-उखड़े नजर आ रहे थे। तब तक श्रुति मोदी और सैमुअल मिरांडा भी तीनों बहनों को बिना कुछ बताए रिजॉर्ट से चले गए।
मीतू के मुताबिक, रिया का भाई शौविक देर शाम को रिजॉर्ट में आया और सुशांत से कुछ बात करने के लिए उन्हें लॉन में ले गया। सुशांत के बॉडीगार्ड साहिल ने ये बात तीनों बहनों को बता दी। साहिल ने उनसे कहा कि ‘पूरा कुनबा आया हुआ है, दीदी सर को बचा लो।’ मीतू ने कहा, तीनों बहनों ने भी सुशांत को रिया के भाई और माता-पिता से बात करते हुए देखा। कुछ समय बाद, सुशांत वापस लौटे और अपनी बहनों से अचानक कहा कि वह चंडीगढ़ नहीं जाएंगे। तीनों बहनों ने सुशांत के मन को बदलने की पूरी कोशिश की, यहां तक कि वे रोईं भी, लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद तीनों बहनें घर लौट गईं।
पटना पुलिस को दिए अपने बयान में मीतू ने यह भी बताया कि सुशांत रिया से पहली बार कैसे मिले थे। उनके मुताबिक, सुशांत की बहन प्रियंका अपने पति के साथ अप्रैल 2019 में सुशांत के पुराने फ्लैट कैप्री हाइट्स में आई थीं। वहां वह एक पार्टी में रिया से मिलीं। बाद में, एक रात करीब 1 बजे रिया ने प्रियंका को फोन किया और कहा कि वह एक पार्टी से लौट रही है और उनके भाई सुशांत से उनके घर पर मिलना चाहती है। प्रियंका ने पहले तो उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन उसने काफी जोर दिया और वहां आ गई। रिया रात को फ्लैट में ही रुकी, और बाद में वह सुशांत के घर अक्सर आने लगी।
मीतू के मुताबिक, रिया ने प्रियंका से कहा कि आप लोगों का परिवार काफी अच्छा है, और इसी बीच उसने सुशांत से काफी नजदीकी बना ली। जब प्रियंका और उनके पति सिद्धार्थ ने दिल्ली लौटने के लिए टिकट बुक किया, तो रिया और सुशांत ने जोर देकर उन्हें मुंबई में ही रुकने के लिए कहा। इसके बाद प्रियंका वहां रुकने के लिए मान गईं लेकिन उनके पति वहां से चले गए। मीतू के मुताबिक, बाद में रिया ने सुशांत से प्रियंका के बारे में झूठी शिकायतें कीं, और उन्हें दिल्ली अकेले ही लौटना पड़ा। उस समय तक रिया और उसका परिवार सुशांत के काफी करीब आ गए थे। मीतू के मुताबिक, सुशांत के दिमाग में कैप्री हाइट्स वाले फ्लैट में भूतों को लेकर मतिभ्रम पैदा हुआ, जिसके चलते वह अपना ज्यादातर समय पावना फार्म्स या रिवरस्टोन रिजॉर्ट में बिताने लगे। इस बीच रिया ने पुराने स्टाफ को निकाल दिया और सुशांत के घर में श्रुति मोदी, सैमुअल मिरांडा और बाकी के नए स्टाफ को रख लिया।
मीतू ने कहा, पिछले साल दशहरा की छुट्टियों के दौरान रिया और सुशांत ने यूरोप का टूर किया और रिया के भाई शौविक को भी साथ घूमने के लिए बुलाया। रिया, सुशांत और शौविक ने एक कंपनी खोलने का प्लान बनाया जिसमें वे तीनों डायरेक्टर थे। इस बीच सुशांत बीमार पड़ गए और भारत लौट आए। वह रिया के जुहू स्थित फ्लैट में रुके, जहां बिस्तर और टीवी से लेकर बाकी सामान तक सुशांत के ही पैसे से खरीदे गए। मीतू ने कहा, कुक केशव ने उन्हें बताया था कि अजीब वेशभूषा वाली अधेड़ उम्र की एक महिला रिया के घर आती थी और सुशांत के ऊपर झाड़-फूंक और जादू-टोना करती थी। मीतू ने पटना पुलिस को यह भी बताया कि रिया और उसका भाई शौविक सुशांत के बीमार होने पर भी अक्सर उनके भाई के फ्लैट में पार्टियां करते थे। इन पार्टियों में महंगी वाइन, शराब, फाइव स्टार का खाना और महंगी सिगरेट आती रहती थी।
मीतू ने कहा, जब वह इस साल जनवरी में अपने भाई से मिलने गईं तो वह उनसे मिलकर काफी खुश हुआ था। सुशांत उनके साथ खुद ड्राइव करके चंडीगढ़ गए लेकिन रिया के बार-बार फोन करके दबाव बनाने के चलते उन्हें जल्दी ही मुंबई वापस लौटना पड़ा। सुशांत के अकाउंटेंट रजत मेवाती ने एक बार मीतू को फोन करके बताया था कि उनके भाई का बहुत ज्यादा पैसा खर्च हो रहा है, जिससे वह परेशान भी रहता है। मीतू पुराने रसोइए अशोक के साथ सुशांत से मिलने गईं, लेकिन उन्हें अपने भाई से मिलने की इजाजत नहीं दी गई। उन्हें वॉट्सऐप पर बताया गया कि सुशांत उनसे नहीं मिल सकते। उस समय तक रिया ने अकाउंटेंट रजत को भी हटा दिया था और सुशांत के बैंक अकाउंट्स की सारी डिटेल और उनके एटीएम कार्ड भी अपने ही पास रखने लगी।
एक दूसरी डिवेलपमेंट में गुरुवार को CBI ने सुशांत की साइकाइट्रिस्ट सुजैन वॉकर से पूछताछ की। सुजैन ने पूछताछ के तौरान वही बातें बताई जो उन्होंने 16 जुलाई को मुंबई पुलिस को बताई थीं। उन्होंने कहा कि सुशांत बाइपोलर डिसऑर्डर से पीड़ित थे और उनकी हालत पिछले साल अक्टूबर और नवंबर में बिगड़ने लगी थी। उन्होंने CBI अफसरों को बताया कि रिया ने उनसे कहा था कि सुशांत को अक्सर खुदकुशी के ख्याल आते हैं। सुजैन ने कहा कि सुशांत को उसकी बीमारी के बारे में पता था लेकिन वह दवा नहीं ले रहे थे।
सुजैन वॉकर ने कहा, पिछले साल 30 अक्टूबर को उन्हें श्रुति मोदी से एक वॉट्सऐप मैसेज मिला जिसमें उनसे यह कहते हुए अपॉइंटमेंट मांगा गया था कि सुशांत को पिछले 10 दिन से एंजाइटी की सीरियस प्रॉब्लम है। उन्होंने 4 नवंबर के लिए अपॉइंटमेंट दिया लेकिन श्रुति ने उसी दिन इसे कैंसिल कर दिया। 7 नवंबर को रिया ने उससे वॉट्सऐप पर कॉन्टैक्ट किया और अपॉइंटमेंट मांगा, और कहा कि उस दिन सुशांत की हालत ठीक नहीं थी इसलिए वह नहीं आ पाए थे। उन्होंने 15 नवंबर के लिए एक और अपॉइंटमेंट दी, लेकिन रिया ने उनसे और पहले की डेट देने के लिए जोर डाला। डॉक्टर ने उनसे पूछा कि क्या सुशांत को खुदकुशी के ख्याल आ रहे हैं जिसका जवाब रिया ने हां में दिया। उसने यह भी बताया कि सुशांत का एक दूसरी साइकाइट्रिस्ट निकिता शाह से इलाज चल रहा है।
सुजैन ने अपने बयान में कहा, 7 नवंबर की शाम लगभग 4.45 बजे रिया और सुशांत मेरे क्लिनिक में आए। मैंने रिया को बाहर खड़े रहने के लिए कहा और सुशांत के साथ बात की। बात करने के बाद वह इस नतीजे पर पहुंचीं कि सुशांत की हालत बहुत गंभीर थी। सुजैन वॉकर ने कहा कि एंजाइटी लेवर के लिए 1 से 10 के स्केल पर उनकी मानसिक स्थिति 9 तक पहुंच गई थी। सुजैन वॉकर ने अपने बयान में कहा, ‘2013-14 में उनकी एंजाइटी बहुत बढ़ गई थी। जब वह छोटे थे, तो उन्होंने एडीएचडी के इलाज के लिए 2 बार एडरोल दवा ली थी ताकि उनका कंसन्ट्रेशन बढ़ सके। वह बेहद शर्मीले थे इसलिए उनके दोस्त उनका मजाक उड़ाते थे। जब वह 15-16 साल के थे, तब पैनिक अटैक के चलते उनकी मां की मौत हो गई थी।’
सुजैन ने कहा, ‘उन्होंने मुझे जो बताया उसके मुताबिक वह अपनी मां के बहुत करीब थे। उनकी मौत के बाद वह अपनी बहन के करीब थे, लेकिन मैंने उन्हें अपने पिता के करीब नहीं पाया। सुशांत सिंह राजपूत ने स्पेस, एस्ट्रोनॉमी और फिजिक्स पर बात की। उनका बोलना और हावभाव विषय से पूरी तरह अलग था और वह बहुत तेजी से बोलते थे। यह देखकर मुझे यकीन हो गया कि सुशांत सिंह राजपूत बाइपोलर डिसऑर्डर से पीड़ित हैं।’ मनोचिकित्सक सुज़ैन वॉकर का कथन स्पष्ट है। उन्होंने सुशांत की जांच एथेरियन मनोचिकित्सक परवीन दादाचांजी से करवाई। दोनों सहमत थे कि सुशांत द्विध्रुवी विकार से पीड़ित था। उन्होंने कहा कि सुशांत काफी निराश थे, उन्हें दवा की जरूरत थी और नकारात्मक विचार चल रहे थे। दोनों डॉक्टरों का मानना है कि अभिनेता ने आत्महत्या कर ली होगी। अब सवाल यह है: इस आत्महत्या के लिए कौन जिम्मेदार है?
साइकाइट्रिस्ट सुजैन वॉकर की बात बिल्कुल साफ है। उन्होंने सुशांत की जांच एक दूसरे साइकाइट्रिस्ट प्रवीण दादाचंदजी से भी करवाई। दोनों इस बात पर सहमत थे कि सुशांत बाइपोलर डिसऑर्डर से पीड़ित थे। उनका मानना था कि सुशांत काफी निराश हो गए थे, उन्हें दवा की जरूरत थी और उनके दिमाग में नकारात्मक बातें चल रही थीं। दोनों डॉक्टरों का मानना है कि सुशांत ने आत्महत्या की होगी। अब सवाल यह है कि इस आत्महत्या के लिए कौन जिम्मेदार है?
लेकिन मीतू सिंह का बयान दोनों साइकाइट्रिस्ट्स की राय से पूरी तरह अलग है। इसलिए मामला ज्यादा कॉम्प्लिकेटेड हो गया है। सुशांत की बहनों द्वारा दिए गए बयानों पर ध्यान दिया जाना चाहिए क्योंकि ये ऐसे मुद्दे हैं जिन्हें मीडिया में व्यापक तौर पर उठाया गया है। मीतू सिंह ने कहा कि रिया के संपर्क में आने के बाद उनके भाई की हालत गंभीर हो गई थी। उनकी बातों से लगता है कि रिया ने सुशांत की निजी जिंदगी और उनके पैसे पर पूरा कंट्रोल रखा, उन्हें अपने परिवार के लोगों से दूर रखा, जादू-टोने की मदद ली, और उनके भाई को मानसिक रूप से बर्बाद कर दिया। रहस्य अब गहरा हो गया है। लेकिन सवाल अभी भी है: आखिर सुशांत की मौत के पीछे का मकसद क्या था? (रजत शर्मा)
देखें: ‘आज की बात, रजत शर्मा के साथ’ 03 सितंबर, 2020 का पूरा एपिसोड