RAJAT SHARMA BLOG: श्रीदेवी की मौत को लेकर लगाए जा रहे कयासों से बचें
श्रीदेवी की मौत पर अनावश्यक अटकलें नहीं लगाई जानी चाहिए बल्कि फिल्म इंडस्ट्री में एक बेहतरीन अदाकारा के तौर पर योगदान के लिए उन्हें याद किया जाना चाहिए।
दुबई के होटल में श्रीदेवी की अचानक मौत से मुंबई फिल्म इंडस्ट्री ने अपनी एक बेहतरीन अभिनेत्री को खो दिया। इससे पूरे देश को सदमा पहुंचा है। श्रीदेवी 54 साल की थीं और उनकी मौत अचानक हुई। दुबई पुलिस ने कहा है कि होटल के कमरे में बाथटब में 'दुर्घटनावश डूबने' से उनकी मौत हुई। इसके तुरंत बाद श्रीदेवी की मौत को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म हो गया और तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे।
इस तरह के अनावश्यक कयासों से उनके लाखों प्रशंसक बेहद दुखी हैं। सोशल मीडिया पर कई तरह की आधारहीन अफवाहें चल रही हैं। कपूर परिवार के करीबी दोस्त राजनेता अमर सिंह ने दो बातें साफ-साफ कहीं, पहली तो ये कि श्रीदेवी की मौत की वजह को लेकर फैलाई जा रही अफवाहें बकवास हैं। श्रीदेवी किसी तरह के आर्थिक संकट में नहीं थीं। दूसरी बात उन्होंने कही कि बोनी कपूर के साथ उनके रिश्ते सामान्य थे। बेटी की पहली फिल्म रिलीज होने का उन्हें इंतजार था। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि श्रीदेवी अपने पारिवारिक जीवन में खुश थीं।
श्रीदेवी की मौत कैसे हुई इन सबको लेकर जो अटकलें लगाई जा रही हैं उससे सबको दुख हुआ है। हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि श्रीदेवी फिल्म इंडस्ट्री की सबसे बेहतरीन अभिनेत्रियों में से एक थीं। यश चोपड़ा जैसे महान डायरेक्टर का यह कहना था कि श्रीदेवी 'स्विच ऑन, स्विच ऑफ' अभिनेत्री हैं। कैमरा ऑफ होने पर वो खामोश हो जाती थी लेकिन कैमरा ऑन होते ही वो किरदार को जीने लगती थीं और सुपरस्टार हो जाती थीं। श्रीदेवी ने बिल्कुल भी पढ़ाई नहीं की थी। चार साल की उम्र से उन्होंने एक्टिंग शुरू कर दी थी। इसलिए न तो वो ज्यादा बात करती थीं और न ज्यादा इंटरव्यू देती थीं। उनकी फिल्में सिर्फ श्रीदेवी के अभिनय के दम पर चलतीं थीं। अभिनेत्री के तौर पर उनके शरीर का रोम-रोम अभिनय करता दिखाई देता था। इसीलिए श्रीदेवी की मौत पर अनावश्यक अटकलें नहीं लगाई जानी चाहिए बल्कि फिल्म इंडस्ट्री में एक बेहतरीन अदाकारा के तौर पर योगदान के लिए उन्हें याद किया जाना चाहिए। (रजत शर्मा)