Rajat Sharma's Blog: रेस्क्यू का हैरतअंगेज दृश्य जिसे देख हर भारतीय को सेना पर गर्व होना चाहिए
हमारे बहादुर जवान और अधिकारी न केवल हमारी सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए आतंकवादियों और घुसपैठियों का खात्मा करते हैं, बल्कि संकट में फंसे लोगों को बचाने के लिए देवदूतों की तरह काम भी करते हैं।
इंडिया टीवी ने बुधवार रात अपने शो 'आज की बात' में सेना के बहादुर जवानों का दृश्य दिखाया कि कैसे उन्होंने कश्मीर के बारामूला में बर्फ में फंसे दो पुरुषों और एक गर्भवती महिला को बचाया। हमारे जवानों का सबसे हैरतअंगेज दृश्य तो वह है जब वे गर्भवती कश्मीरी महिला शमीमा को स्ट्रेचर पर रखकर घुटने तक बर्फ में 4 से 5 किलोमीटर पैदल चलकर नजदीक के बेस कैम्प तक ले जा रहे थे। इस दौरान अन्य जवान एम्बुलेंस को अस्पताल तक ले जाने के लिए रास्ते से बर्फ हटाने में व्यस्त थे। शमीमा ने अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया और वे दोनों स्वस्थ हैं।
12 जनवरी से कश्मीर घाटी में लगातार बर्फबारी हो रही है। भारी बर्फबारी की वजह से रास्ते बंद हैं। भारतीय सेना को यह जानकारी मिली कि बारामूला के दारदपोरा गांव की रहनेवाली शमीमा को समय पूर्व प्रसव पीड़ा हो रही है। उसके पति ने हालात नाजुक देखकर सेना से मदद मांगी और कुछ ही मिनटों में स्थानीय सेना की गश्ती के जवान और डॉक्टर उसके घर पहुंचे। शमीमा की हालत देखकर डॉक्टर ने उसे जल्दी अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी।
जवानों ने तुरंत महिला को स्ट्रेचर पर रखा और बर्फ के बीच से गुजरते हुए उसे बेस कैंप तक लाए। ठीक उसी समय राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने बेस कैंप स्थित हेलीपैड से बर्फ हटाना शुरू कर दिया ताकि अगर एयर इमरजेंसी की जरूरत हो तो तुरंत उसे वह सुविधा भी मुहैया कराई जा सके। हालांकि, सेना ने शमीमा को सड़क के रास्ते बारामूला के अस्पताल में भर्ती कराने का फैसला लिया और जवानों की एक टुकड़ी ने एम्बुलेंस को रास्ता देने के लिए बर्फ हटाना शुरू कर दिया। महिला वक्त रहते अस्पताल पहुंच गई और उसने बच्चे को जन्म दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शमीमा के रेस्क्यू से जुड़े सेना के चिनार कॉर्प्स के वीडियो को रीट्वीट किया, और लिखा 'हमारी सेना अपनी वीरता और व्यावसायिकता के लिए जानी जाती है। अपनी मानवीय भावनाओं के कारण भी यह काफी सम्मानित है। जब भी लोगों को मदद की ज़रूरत होती है, हमारी सेना मौके पर पहुंची है और जो भी संभव हो सके किया। हमें सेना पर गर्व है। मैं शमीमा और उसके बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करता हूं।'
बुधवार को बारामूला के लच्छीपोरा गांव में दो शख्स तारिक इकबाल और जहूर अहमद खान बिझमा की ओर जाते समय लैंडस्लाइड में फंस गए। घटनास्थल से करीब 200 मीटर दूर स्थित सेना के बेस कैंप के गार्ड कमांडर तुरंत हरकत में आ गए। क्विक रिस्पॉन्स टीम को बुलाया गया और कुछ मिनटों में ही आधा से ज्यादा बर्फ में दब चुके जहूर को बचा लिया गया लेकिन उसके दोस्त तारिक को कुछ पता नहीं चल पाया।
इसके बाद सेना के जवानों ने बड़ी मशक्कत से 100 मीटर के दायरे में बर्फ को हटाना शुरू किया और करीब 20 मिनट बाद तारिक का पता चला। वह पूरी तरह से बर्फ में दबा हुआ था। उसका शरीर ठंडा हो गया था, लेकिन वह अभी भी सांस ले रहा था। सेना के जवानों ने तुरंत बर्फ से निकालकर तारिक को अस्पताल पहुंचाया जहां वह जिंदगी की जंग लड़ रहा है।
ऐसे दृश्य देखने के बाद प्रत्येक भारतीय का सेना गर्व से फूल जाता है। मौसम विभाग ने अगले 3-4 दिनों तक घाटी में भारी बर्फबारी का अनुमान जताया है। सेना लद्दाख तक खराब मौसम में फंसे लोगों को बचा रही है। लद्दाख में मंगलवार को लेह से सटे जांस्कर नदी के पास छह ट्रैकर्स को बचाने के लिए सेना के हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल किया गया था। यह बचाव अभियान उस वक्त किया गया जब तापमान माइनस 50 डिग्री सेल्सियस था।
हर भारतीय को पता होना चाहिए कि हमारे बहादुर जवान और अधिकारी न केवल हमारी सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए आतंकवादियों और घुसपैठियों का खात्मा करते हैं, बल्कि संकट में फंसे लोगों को बचाने के लिए देवदूतों की तरह काम भी करते हैं। हमें अपनी सेना पर गर्व होना चाहिए और जब भी हम उन्हें सार्वजनिक स्थानों पर देखें तो हमें अपने अपने जवानों और अधिकारियों की ताली बजाकर सराहना करनी चाहिए। (रजत शर्मा )
देखिए, 'आज की बात' रजत शर्मा के साथ, 15 जनवरी 2020 का पूरा एपिसोड