Rajat Sharma's Blog: राहुल ने चुनावी हार से भी सबक नहीं सीखा
नरेन्द्र मोदी ने योग को दुनिया में सम्मान दिलाया। उन्होंने योग को पूरी दुनिया में लोकप्रिय बनाने के लिए पिछले पांच साल में काफी प्रयास किया और राहुल गांधी ने योग का मजाक उड़ाया।
शुक्रवार, 21 जून को जब दुनिया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रही थी उस समय भारत और विदेशों में हजारों लोगों ने योग अभ्यास किया। रांची में इस योग उत्सव का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
हाल में संपन्न लोकसभा चुनावों में करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा करने वाले राहुल गांधी ने सेना के डॉग स्क्वॉड की तस्वीरें पोस्ट की, जिसमें कुत्ते अपने प्रक्षिक्षकों के साथ योग की मुद्रा में थे। राहुल गांधी ने इस पोस्ट के कैप्शन में 'न्यू इंडिया' लिखा था। राहुल के इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ सी आ गई, जिसमें लोगों ने अपना रोष जाहिर करते हुए यह सवाल किया कि राहुल ने भारत के इस प्राचीन योगाभ्यास को मजाक के लिए क्यों चुना?
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने ट्विटर पर इस तरह की 'नकारात्मकता' पर सवाल उठाया और कहा कि राहुल ने 'योग का मजाक उड़ाया है और हमारी सेनाओं का अपमान किया है (एक बार फिर)'। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'जब कोई हमारे सशस्त्र बलों का बार-बार अपमान करता है, तो मैं ऐसे लोगों को सद्बुद्धि देने के लिए केवल ईश्वर से प्रार्थना ही कर सकता हूं।'
स्पष्ट रूप से शर्मिंदगी महसूस कर रहे कांग्रेस नेताओं ने राहुल के इस ट्वीट पर किसी तरह की प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। असल में कांग्रेस के नेता भी परेशान हैं, उनको पता ही नहीं है कि राहुल गांधी की पार्टी में फिलहाल पोजिशन क्या है। वे पार्टी में राहुल गांधी के पद की वर्तमान स्थिति को लेकर अंधेरे मे हैं। कई दिन पहले, राहुल ने इस्तीफा देने के अपने इरादे की घोषणा की थी और उन्होंने गुरुवार को स्पष्ट रूप से कहा था कि वह किसी को भी अपने उत्तराधिकारी के रूप में नहीं चुनेंगे।
पार्टी के नेताओं को लग रहा था कि सोनिया गांधी राहुल को कांग्रेस का अध्यक्ष बने रहने के लिए मना लेंगी। अब खबर ये है कि कांग्रेस ने तय किया है कि पार्टी अध्यक्ष के बारे में फैसला करने के लिए अगले दो हफ्तों में वर्किंग कमेटी की मीटिंग बुलाई जाएगी। हालात की नाजुकता को समझते हुए कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी द्वारा योग दिवस पर किए गए ट्वीट पर शुक्रवार को किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से परहेज किया।
इसमें संदेह की कोई बात नहीं है कि राहुल गांधी द्वारा सेना के प्रशिक्षित कुत्तों और उनके प्रशिक्षकों की योगमुद्रा वाली तस्वीरों के साथ किया गया यह ट्वीट भारत के प्राचीन योगाभ्यास की प्रथा का मजाक उड़ाने वाला है।
यह बेहद आश्चर्यजनक और हैरान करनेवाली बात है। ऐसा लगता है राहुल गांधी नरेन्द्र मोदी का विरोध सिर्फ विरोध के लिए करते हैं। नरेन्द्र मोदी ने योग को दुनिया में सम्मान दिलाया। उन्होंने योग को पूरी दुनिया में लोकप्रिय बनाने के लिए पिछले पांच साल में काफी प्रयास किया और राहुल गांधी ने योग का मजाक उड़ाया। नरेंद्र मोदी ने जब गावों में शौचालय की सुविधा और साफ-सफाई के लिए स्वच्छता अभियान शुरू किया था तो राहुल गांधी ने उसका भी मजाक उडाया था।
एक वक्त था, राहुल यह दावा करते थे कि मोदी उनसे डरते हैं और फिर कहने लगे कि प्रधानमंत्री उनके सामने दस मिनट खड़े नहीं हो पाएंगे।
मुझे लगा था कि चुनाव के बाद राहुल की कड़वाहट कुछ कम होगी और उनके व्यवहार में बदलाव होगा। राहुल कुछ सीखेंगे, कुछ समझेंगे, कुछ बदलेंगे। राहुल को उन कारणों का एहसास होगा जिनकी वजह से उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव हार गई। लेकिन लगता है कि वो आज भी वहीं खड़े हैं। उनके अंदर इस तरह का कोई बदलाव नहीं दिख रहा है। नई संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान वो अपने मोबाइल से खेलते रहे और अपनी मां सोनिया गांधी को उन्होंने मेज थपथपाने से रोका। और, अब उन्होंने योग का मजाक उड़ाया।
एक लोकप्रिय कहावत है कि हार जीवन का सबसे बड़ा शिक्षक है और हार से बड़ा कोई सबक नहीं होता। लेकिन, लगता है कि राहुल ने हार से भी सबक नहीं सीखा। (रजत शर्मा)
देखें, 'आज की बात, रजत शर्मा के साथ' 21 जून 2019 का पूरा एपिसोड