इंडिया टीवी ने बुधवार की रात को एक्सक्लूसिव वीडियो में दिखाया था कि कैसे पाकिस्तानी अधिकारी हालिया प्रतिबंध के बाद लाहौर में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के दफ्तरों को सील कर रहे थे। इसके साथ ही वे अधिकारी आतंकी संगठनों के सदस्यों को कुछ हफ्तों के लिए शांत बैठने के लिए कह रहे थे। हमने वरिष्ठ पाकिस्तानी नेताओं के बयान भी दिखाए जो खुले तौर पर कह रहे थे कि यह कार्रवाई पूरी तरह से अस्थायी है।
इस मामले में तो पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता के दावे ने लोगों का सबसे ज्यादा ध्यान खींचा। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने बुधवार को एक ब्रीफिंग में कहा कि हालिया प्रतिबंध के बाद जैश-ए-मोहम्मद का उनके देश में अस्तित्व ही नहीं है। साफ है कि पाकिस्तान आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव में है। दुनिया ने पुलवामा में हुए नृशंस आत्मघाती बम धमाके, जिसमें CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे, को गंभीरता से लिया है। आधिकारिक तौर पर जैश प्रमुख मसूद अजहर के ठिकाने की कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। साथ ही उसके भाई और बेटे समेत 42 अन्य नेताओं को भी ‘प्रोटेक्टिव कस्टडी’ में रखकर सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है।
भारत को न तो पाकिस्तान की बातों पर भरोसा है और न ही उसके द्वारा की गई कार्रवाई पर। 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों और पठानकोट एयर बेस पर टेरर अटैक के बाद भी पाकिस्तान ने आतंकी संगठनों के खिलाफ इसी तरह की कार्रवाई की थी। लेकिन जल्द ही ये आतंकी मास्टरमाइंड और उनके गुर्गे फिर से खुली हवा में न सिर्फ सांस लेने लगे बल्कि अपनी नापाक आतंकी गतिविधियों को भी अंजाम दिया। इस बार एकमात्र अंतर यह है कि पुलवामा हमले के बाद भारतीय लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश करके उसकी जमीन पर मौजूद आतंकी शिविर को नष्ट कर दिया। वहीं, दुनिया भी आतंकवाद के मुद्दे पर भारत के साथ खड़ी रही।
पुलवामा आतंकी हमले के तुरंत बाद पाकिस्तान को भारत की तरफ से एक बड़ी कार्रवाई की आशंका थी। यही वजह थी कि उसने जैश के सभी आतंकवादियों को बालाकोट भेजकर कैंप के अंदर छिपा दिया था। इसी कैंप को 26 फरवरी को भारतीय वायु सेना द्वारा निशाना बनाया गया था। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने आतंकवादियों के बारे में जानकारी जुटाई थी और आतंकियों एवं उनके साथियों के बीच हुई बातचीत और अन्य सूचनाओं के आधार पर बालाकोट को निशाना बनाने की योजना तैयार की। हमारी वायुसेना ने लक्ष्य को पूरी तरह से भेदा और यह हमला लगभग 80 प्रतिशत सफल रहा। यह बात बाद में हमारी खुफिया एजेंसियों द्वारा एकत्र किए गए अन्य सबूतों से साबित हुई। (रजत शर्मा)
देखें, आज की बात रजत शर्मा के साथ, 06 मार्च 2019 का पूरा एपिसोड
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