मणिशंकर अय्यर के रात्रि भोज में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी और पाकिस्तानी उच्चायुक्त सोहैल महमूद शामिल हुए, वह भी ऐसे समय में जब कश्मीर में पाकिस्तान द्वारा चलाए जा रहे छद्म युद्ध का भारत सामना कर रहा है। डॉ. मनमोहन सिंह का कहना है कि इस रात्रि भोज के दौरान सिर्फ भारत-पाकिस्तान संबंधों पर चर्चा हुई जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया है कि गुजरात चुनाव की संभावनाओं पर भी इस रात्रिभोज में चर्चा हुई। सोमवार को जारी एक बयान में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी 'गलत और बेबुनियाद आरोप' लगा रहे हैं और इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
पाकिस्तान को लेकर भारत की नीति किसी एक पार्टी या एक सरकार की नीति नहीं रही है। इस नीति से पूरे देश का मिजाज प्रतिबिम्बित होता है। देश के पूर्व प्रधानमंत्री और पूर्व उप राष्ट्रपति जिम्मेदार नेता हैं। मणिशंकर अय्यर के रात्रि भोज में पाकिस्तान के नेताओं-अधिकारियों को बुलाएं और वहां से वो भोजन करके लौट आएं इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन बात सिर्फ इतनी नहीं है। जाहिर है वहां पर गुजरात चुनाव पर भी चर्चा हुई, देश की विदेश नीति और भारत-पाकिस्तान संबंधों पर भी चर्चा हुई। डॉ. मनमोहन सिंह और हामिद अंसारी जैसे अनुभवी नेताओं से उम्मीद की जाती है कि वे ऐसे जाल में फंसने से बचें और अगर गलती हो गई तो उसे मान लेना चाहिए।
अब सवाल यह है कि क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गुजरात के चुनाव में इन आरोपों का इस्तेमाल करना चाहिए था। इसका जबाव तो मणिशंकर अय्यर ही दे सकते हैं, जिन्होंने चुनाव के मौके पर नरेन्द्र मोदी के दोनों हाथों में लड्डू थमा दिए । (रजत शर्मा)
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