कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को केरल के वायनाड से अपना नामांकन दाखिल किया। राहुल ने अपनी बहन प्रियंका और पार्टी के अन्य नेताओं के साथ एक रोड शो भी निकाला। इस रोड शो में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के चांद तारे वाले हरे रंग के झंडे कांग्रेस के तिरंगे झंडे के साथ दिखाई दिए। IUML केरल में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट में कांग्रेस की सहयोगी पार्टी है, और इसके हरे रंग के झंडे में चांद और तारा बने हुए हैं। IUML का केरल के मुस्लिम बहुल इलाकों में काफी अच्छा प्रभाव है, और इस हरे रंग के झंडे के इस्तेमाल में कुछ गलत भी नहीं है।
वायनाड में तो राहुल गांधी के लिए हरे झंडे के चलते किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी, लेकिन जब कांग्रेस के झंडे के साथ इस झंडे की तस्वीरों को पूरे देश में टीवी चैनलों पर दिखाया जाएगा, तो इससे निश्चित रूप से लोगों के बीच एक गलत संदेश जाएगा। चांद-तारे वाला हरे रंग का झंडा पाकिस्तान का राष्ट्रीय ध्वज है, हालांकि उसमें बाईं ओर सफेद रंग की पट्टी भी होती है। लेकिन फिर भी भारत के दूसरे इलाकों में लोग इसे हल्के में नहीं लेंगे, खासकर ऐसे समय में जब भारत-पाकिस्तान तनाव अपने चरम पर है।
भारतीय जनता पार्टी के नेता पहले ही रोड शो की इन तस्वीरों और वीडियो को लोगों को दिखा रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि जब राहुल गांधी को हिंदुओं का वोट चाहिए होता है तब वह 'जनेऊ' पहन लेते हैं और मंदिर-मंदिर घूमते हैं लेकिन जब उन्हें मुस्लिम वोटों की जरूरत होती है (वायनाड में लगभग 29 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता हैं), तब वह मुस्लिम लीग के हरे रंग के झंडे का इस्तेमाल करते हैं। कांग्रेस नेताओं के लिए अब इस सवाल का जवाब देना मुश्किल होगा कि राहुल के रोड शो में IUML के इन हरे झंडों का इस्तेमाल क्यों किया गया। (रजत शर्मा)
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