जयपुर: राजस्थान में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां एक मंदिर के 50 वर्षीय पुजारी को राज्य के करौली में छह दबंगों द्वारा पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया गया। उसने मंदिर अधिकारियों की जमीन भूमि पर अतिक्रमण करने के प्रयास का विरोध किया था, जिसके बाद इस खौफनाक वारदात को अंजाम दे दिया गया। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। बुरी तरह जले पुजारी ने एसएमएस अस्पताल में गुरुवार शाम को दम तोड़ दिया।
करौली के एसपी मृदुल कच्छवा के अनुसार, पुलिस ने बुकना गांव में हुए अपराध के 24 घंटे के भीतर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुजारी बाबूलाल वैष्णव ने अपने बयान में कहा कि वह और उनका परिवार गांव में राधा कृष्ण मंदिर की देखरेख कर रहे थे और मंदिर के नाम पर आवंटित भूमि का उपयोग उनके द्वारा खेती के लिए किया जा रहा था। गुरुवार को सुबह करीब 10 बजे आरोपी कैलाश कुछ लोगों के साथ आया और जमीन पर टिन शेड लगाने लगा। जब वैष्णव ने विरोध किया, तो उन्होंने उस पर पेट्रोल छिड़का और आग लगा दी।
अपराध की गंभीरता को देखते हुए, एसपी ने टीमों का गठन किया है और अपराधियों का पता लगाने के लिए जांच शुरू की है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन इस मामले में अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए उनकी तलाश की जा रही है। अपनी प्राथमिकी में पुजारी के भतीजे ने कहा कि छह लोग इस अपराध में शामिल हैं, जिन्होंने पुजारी को पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया।
इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने बयान में कहा कि यह एक अत्यंत निंदनीय अपराध है। बढ़ती अपराध की घटनाओं को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि दलित, महिलाएं, व्यापारी, बच्चे, राज्य में कोई भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार को नींद से जागने और आरोपियों को इस मामले में सख्त सजा देने की जरूरत है।
Latest India News