जानिए, राजस्थान में बेरोजगारी के आंकड़े, राज्य सरकार के वादों की निकली हवा
राजस्थान में लोकसभा चुनावों में बेरोजगारी के मुद्दे पर युवाओं को रिझाने की कोशिश की थी। मैनिफेस्टो से लेकर हर चुनावी भाषण मे राहुल गाधी से लेकर अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने ये दावा किया था कि राजस्थान में सरकार आते ही बेरोजगारों को रोजगार दिया जाएगा और बेरोजगारी भत्ता भी मिलेगा।
जयपुर: राजस्थान में लोकसभा चुनावों में बेरोजगारी के मुद्दे पर युवाओं को रिझाने की कोशिश की थी। मैनिफेस्टो से लेकर हर चुनावी भाषण मे राहुल गाधी से लेकर अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने ये दावा किया था कि राजस्थान में सरकार आते ही बेरोजगारों को रोजगार दिया जाएगा और बेरोजगारी भत्ता भी मिलेगा। लेकिन, छह महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है और कांग्रेस के चुनावी वायदों की हवा निकल गई है।
राज्य में अभी तक ना वायदा पूरा हुआ और ना ही पुरानी भर्तियों पर काम हुआ। आलम तो ये है कि राज्य सरकार में ही डेढ लाख से ज्यादा के पद खाली पडे़ हुए हैं और सरकार के नेता बहाने करने में जुटे हैं। चुनावों के समय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित अधिकांश नेताओं ने केन्द्र सरकार मे रिक्त 24 लाख से अधिक सरकारी पदों पर भर्ती को लेकर युवाओं को अपनी तरफ खींचने की कोशिश की थी।
कांग्रस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में जिक्र भी किया कि केन्द्र में उनकी सरकार आई तो अगले साल 31 मार्च तक भर्तियां पूरी हो जाएंगी। लेकिन ना चुनावों में जीत मिली और ना ही प्रदेश में सरकार ने किए हुए वायदों को पूरा किया। हम ये सब क्यों कह रहे हैं क्योंकि हमारे पास वो आंकड़े हैं जो हमें ये कहने को मजबूर कर रहे हैं। आप भी पढ़िए कि आखिर राज्य में कितनी नौकरियों के लिए पद खाली पड़े हैं।
राजस्थान में कुल 38 बड़े विभागो मे 7 लाख 94 हजार 183 पद स्वीकृत हैं, इनमे 1 लाख 56,466 पद खाली पड़े हैं। राजस्थान पाठ्यपुस्तक मंडल में तो 33 साल से भर्ती का इंतजार है। कुछ विभागों की जानकारी नीचे बने टेबर में दी गई है, पढ़िए-
विभाग | पद स्वीकृत | कार्यरत | रिक्त पद |
प्रारंभिक शिक्षा विभाग | 205299 | 177289 | 28010 |
माध्यमिक शिक्षा विभाग | 242024 | 204515 | 37509 |
पुलिस विभाग | 107536 | 102060 | 5476 |
बिजली कंपनियां | 30000 | 25000 | 5000 |
चिकित्सा विभाग | 99189 | 64448 | 34741 |
पाठ्य पुस्तक मंडल | 300 | 96 | 204 |
संस्कृत शिक्षा | 12514 | 7523 | 4991 |
काँलेज शिक्षा | 10923 | 62678 | 4655 |
सूचना एवं प्रौद्योगिकी | 8124 | 5189 | 2935 |
कृषि विभाग | 10196 | 7214 | 2982 |
पशुपालन निदेशालय | 20532 | 10999 | 9533 |
गृह रक्षा विभाग | 877 | 450 | 427 |
वाणिज्यकर विभाग | 4185 | 2681 | 1504 |
जयपुर विकास प्राधीकरण | 1977 | 950 | 1073 |
स्टेट साईंस एंड मिनरल | 2269 | 1409 | 860 |
कारखाना बाँयलर्स | 212 | 124 | 88 |
तकनीकि शिक्षा निदेशालय | 2712 | 2108 | 604 |
अल्पसंख्यक मामलात | 305 | 195 | 110 |
श्रम विभाग | 628 | 279 | 349 |
चुनाव से एन वक्त पहले सरकार ने पुलिस कांस्टेबल के 11 हजार पदों पर भर्ती का एलान किया था। लेकिन, गहलोत सरकार ने अभी तक कुछ नहीं किया। (पदो की स्थिति वार्षिक प्रतिवेदन के आधार पर है इसमे से कुछ विभागो की भर्तियां प्रक्रियाधीन है) ऐसी स्थिति में तमाम बेरोजगार उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से भी मुलाकात कर रहे हैं। लेकिन, उन्हें सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है।
बेरोजगार युवाओं का कहना है कि पिछली सरकार मे जो भर्तियां निकलीं वो अभी तक पूरी नही हो पाई हैं। चुनाव से पहले जो वायदा किया था कि बेरोजगारी भत्ता मिलेगा सरकार आने के बाद ना वायदा पूरा किया गया और ना ही नौकरी दी गई। वहीं, बेरोजगारी के मुद्दे पर सांसद हनुमान बेनिवाल का कहना है कि इस मुद्दे पर वह शुरुआत से ही जद्दो जहद कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ‘सरकार आने से पहले गहलोत सरकार ने भी वायदा किया था लेकिन अब बेरोजगार खुद को ठगा महसूस कर रहे है। सरकार में आऩे से पहले कांग्रेस ने वायदे तो तमाम कर लिए लेकिन इनको पूरा करने के लिए सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। ये युवाओं और प्रदेश के भविष्य के लिए बड़ी चिंता का वश्य पर हैं।