नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) को हाईस्पीड रैपिड रेल के जरिये त्वरित परिवहन सेवा से जोड़ने के लिये दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी अर्बन कॉंप्लेक्स रैपिड रेल परियोजना की विस्तृत कार्ययोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को राजस्थान सरकार ने शनिवार को मंजूरी दे दी।
आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय की इस परियोजना को पूरा करने वाली एजेंसी, एनसीआर परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने बताया कि 106 किलोमीटर लंबे इस रैपिड रेल मार्ग की डीपीआर को पिछले साल दिसंबर में निगम के बोर्ड की मंजूरी मिलने के बाद परियोजना के भागीदार तीन राज्यों की सरकारों को मंजूरी के लिये भेजा गया था। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार से डीपीआर को इस साल फरवरी में ही मंजूरी मिल चुकी है। जबकि दिल्ली सरकार की मंजूरी का इंतजार है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली एनसीआर क्षेत्र को रैपिड रेल से जोड़ने के लिये मंत्रालय ने दिल्ली-मेरठ, दिल्ली-पानीपत और दिल्ली-अलवर रैपिड रेल परियोजनाओं को अंजाम देने के लिये एनसीआरटीसी का गठन किया है। इनमें से दिल्ली मेरठ रैपिड रेल परियोजना पर काम शुरु हो चुका है।
शर्मा ने बताया दिल्ली अलवर परियोजना को तीन भागों में पूरा किया जाना है। पहले खंड में दिल्ली से गुरुग्राम और एसएनबी अर्बन कॉंप्लेक्स को जोड़ा जायेगा। दूसरे खंड में एसएनबी अर्बन कॉंप्लेक्स से सोता नाला और तीसरे खंड में एसएनबी अर्बन कॉंप्लेक्स से अलवर को रैपिड रेल सेवा से जोड़ा जायेगा।
डीपीआर के मुताबिक पहले खंड के रेलमार्ग में दिल्ली स्थित सराय काले खां से एसएनबी अर्बन कॉंप्लेक्स तक 106 किमी लंबे मार्ग का 71 किमी हिस्सा एलेवेटिड होगा। इस पर 11 स्टेशन होंगे जबकि पांच स्टेशन वाला शेष 35 किमी का हिस्सा भूमिगत होगा। अधिकांश भूमिगत हिस्सा दिल्ली और गुरुग्राम के बीच होगा।
इस खंड पर प्रस्तावित प्रमुख स्टेशन सराय काले खां, जोरबाग, मुनीरका, एयरोसिटी, उद्योग विहार, खेड़की दौला, पंचगांव और बावल होंगे। डीपीआर के अनुसार इस परियोजना के पूरा होने बाद 160 किमी प्रति घंटे की अधिकतम और 100 किमी प्रति घंटे की औसत गति वाली रेल सेवा के जरिये दिल्ली से एसएनबी का सफर 70 मिनट में पूरा किया जा सकेगा।
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