नई दिल्ली: त्योहारी सीजन से पहले यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत की बात यह है कि रेलवे ने कोरोनो वायरस के प्रकोप के बाद पहली बार स्टेशनों पर अपने खानपान और वेंडिंग इकाइयों पर पका हुआ भोजन बेचने की अनुमति दे दी है। रेलवे ने कहा कि प्लाजा, जन अहार, सेल रसोई और जलपान कमरे केवल टेकअवे के लिए खुलेंगे। इन इकाइयों को पहले केवल पैकेज्ड फूड बेचने की अनुमति थी।
रेलवे की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन द्वारा किसी भी डाइन-इन को आदेश नहीं दिया जाना चाहिए। अधिकारियों ने कहा कि कुछ महीने पहले जारी किए गए एक आदेश के बावजूद कई विक्रेताओं ने ग्राहकों के कम होने के कारण और वस्तुओं पर प्रतिबंध के कारण अपनी इकाइयां नहीं खोलीं।
त्यौहारी सीजन में 200 और ट्रेनें चलाएगी रेलवे: रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ वीके यादव ने बृहस्पतिवार को बताया कि भारतीय रेल त्यौहारी सीजन में 15 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच 200 विशेष ट्रेनें चलाने की योजना बना रही है। रेलवे ने फिलहाल सभी सामान्य यात्री ट्रेनों को अनिश्चितकाल के लिए रद्द कर दिया है। ये ट्रेनें 22 मार्च से रद्द हैं। रेलवे ने दिल्ली को देश के विभिन्न भागों से जोड़ने वाली 15 विशेष राजधानी ट्रेनें का संचालय 12 मई से, और एक जूने से लंबी दूरी की 100 ट्रेनों का संचालन शुरू किया। रेलवे 12 सितंबर से 80 अतिरिक्त ट्रेनें भी चला रही है।
यादव ने कहा, ‘‘हमने जोन के महाप्रबंधकों के साथ बैठक कर निर्देश दिया है कि वे स्थानीय प्रशासन से बातचीत कर कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करें। उनसे रिपोर्ट मांगी गयी है और इसी आधार पर फैसला होगा कि त्यौहारी सीजन में कितनी विशेष ट्रेनें चलायी जाएं। फिलहाल हमारा अनुमान है कि करीब 200 ट्रेनें चलेंगी, लेकिन यह हमारा अनुमान है, संख्या और ज्यादा भी हो सकती है।’’
यादव ने कहा कि रेलवे ने राज्य सरकारों की जरुरतों और महामारी के हालात को देखते हुए यात्री सुविधाओं की रोज समीक्षा करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक यात्री ट्रेनों की बात है, हम ट्रेनों की जरुरत, यातायात और कोविड-19 के हालात की रोज समीक्षा करेंगे। जहां भी जरुरत होगी, हम ट्रेनें चलाएंगे।’’
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