नई दिल्ली: रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ने में भारतीय रेलवे ने एक आधुनिक रोबोट को तैयार किया है। पीयूष गोयल ने इसका एक वीडियो ट्वीट करने हुए लिखा कि COVID योद्धाओं को बेहतर सहायता प्रदान करने के हमारे प्रयास में रेलवे ने मेडी-बॉट 'जीवक' को विकसित किया है। उन्होनें कहा कि यह रिमोट नियंत्रित रोबोट एक वर्चुअल हेल्थकेयर वर्कर के रूप में काम करता है और मरीजों की देखभाल करता है।
रेल मंत्री द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो में रोबोट मरीज के पास रिमोट द्वारा पहुंचाया जाता है। रोबोट में तमाम चीजें जैसे डॉक्टर से बात करने के लिए फोन, ऑक्सीमीटर, दवाई आदि होते है जो एक COVID योद्धा के रुप में इस महामारी के समय में मरीज और डॉक्टर दोनों के लिए बहुत सहायक साबित हो सकता है।
कोविड-19 महामारी से संक्रमित हुए 22 हजार हेल्थ वर्कर: डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते 52 देशों और क्षेत्रों के कुल 22 हजार हेल्थ वर्कर्स (स्वास्थ्यकर्मी) संक्रमित हुए हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने मामले में शनिवार की डेली रिपोर्ट के हवाले से कहा, "डब्ल्यूएचओं को 8 अप्रैल बुधवार तक कोविड-19 से प्रभावित हुए 22 हजार हेल्थ वर्कर्स की जानकारी दी गई।"
रिपोर्ट में कहा गया, "संभवतया इस संख्या को कम करके दशार्या गया है क्योंकि वर्तमान में अब तक डब्ल्यूएचओ की ओर से स्वास्थ्य कर्मियों के बीच संक्रमण को लेकर कोई व्यवस्थित रिपोटिर्ंग नहीं हुई है।"
शुरूआती परिणामों से पता चलता है कि हेल्थ वर्कर्स कार्यस्थल के साथ-साथ समुदाय के माध्यम से भी संक्रमित हो रहे हैं, इसमें भी अधिकतर संक्रमित परिवार के सदस्यों के संपर्क में आने से देखने को मिल रहा है।
डब्ल्यूएचओ ने महामारी का फ्रंटलाइन पर मुकाबला कर रहे हेल्थकेयर वर्कर्स की सुरक्षा के लिए मास्क, चश्मे, दस्ताने और गाउन जैसे पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) के सही उपयोग पर जोर दिया है।
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