"मैं लोगों को बचाने के लिए जा रहा हूँ, आप वीडियो बना लेना, शायद वापस न लौट सकूं। मेरे परिवार को वीडियो दिखाकर कहना कि लोगों को बचाने के लिए मैं शहीद हो गया" लोगों को बाढ़ से बचाने के पहले RPF जवान शिवचरण के कहे ये शब्द आज देश के लोगों के लिए वीरता और मानवीयता की मिसाल बन गए हैं। RPF के इस जवान ने वो कारनामा करके दिखाया है जिसके बारे में सुनते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं। शिवचरण ने जान पर खेलते हुए बाढ़ में फंसे 9 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस आरपीएफ जवान की वीरता को सलाम करते हुए ट्विटर पर बधाई दी है।
घटना 10 अगस्त शाम 6 बजे की है जब पूरे गुजरात के साथ साथ कच्छ में भी भारी बारिश हुई और उसकी वजह से सामख्याली रेलवे स्टेशन के करीब गांव का तालाब ओवरफ्लो होने लगा। सामख्याली रेलवे स्टेशन और आसपास का इलाका पूरी तरह पानी मे डूब गया। उसी वक्त मेहसाणा से गांधीधाम को जाने वाली गाड़ी भी वहां से गुजर रही थी जिसे जलभराव की वजह से सामख्याली स्टेशन पर ही रोक दिया गया। उसी ट्रेन में डयूटी पर तैनात था RPF का ये जवान शिवचरण गुर्जर जिसने देखा कि स्टेशन के सामने करीब 200 मीटर दूर पानी मे कुछ लोग फंसे हुए हैं और जान बचाने के लिए पेड़ पर चढ़े हुए हैं लोकल लोगों ने बताया कि पानी का बहाव तेज है और करीब 15 से 20 फ़ीट पानी भरा हुआ है ऐसे में उन तक पहुंच पाना नामुमकिन सा है।
शिवचरण ने तय किया कि वो जिस जटिल कार्य को करेगा चाहे उसके प्राण ही क्यों ना चले जाएं। लोगों ने उसे रिस्क लेने से रोक पर उसने ठान लिया और पानी मे कूद गया फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए। कूदते वक्त इतना जरूर कहा कि मेरा विडीओ बना लेना अगर लौट कर ना आ पाया तो घर वालो को दिखा कर बोलना लोगों को बचाते बचाते मर गया। लेकिन शिवचरण ने अपनी हिम्मत और सूझबूझ से पेड़ और पास ही में एक JCB मशीन पर फंसे 9 लोगों को बचा लिया। मंडल स्तर बुधवार को उसे सम्मानित भी किया गया।
खुद रेल मंत्री ने ट्वीट करके उसकी प्रशंसा की है। पीयूष गोयल ने शिवचरण की कही बातों को ट्वीट करते हुए कहा है कि लोगों को बाढ़ से बचाने के पहले RPF जवान शिवचरण के कहे ये शब्द मुझे गर्व का एहसास करा रहे हैं। मुझे अपने जवानों पर फख्र है।
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