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Hindi News भारत राष्ट्रीय दिल्ली रेप मर्डर केस: पीड़ित परिवार से मिले राहुल गांधी, बोले- न्याय मिलने तक साथ खड़ा हूं, एक इंच पीछे नहीं हटूंगा

दिल्ली रेप मर्डर केस: पीड़ित परिवार से मिले राहुल गांधी, बोले- न्याय मिलने तक साथ खड़ा हूं, एक इंच पीछे नहीं हटूंगा

पुलिस ने सोमवार को कहा था कि बच्ची की मां के बयान के आधार पर प्राथमिकी में बलात्कार की धारा जोड़ दी गई है और पुजारी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

नई दिल्ली. दिल्ली में नाबालिग लड़की की रेप के बाद हत्या के मामले में लोगों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। आज सुबह कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए पहुंचे। राहुल गांधी ने अपनी गाड़ी में ही पीड़ित परिवार से बातचीत की। राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद, "मैंने परिवार से बात की, वो इंसाफ चाहते हैं और कुछ नहीं। उनका कहना है कि उनके साथ न्याय नहीं हुआ और उनकी मदद की जानी चाहिए। मैंने उनसे कहा कि मैं उनके साथ खड़ा हूं। राहुल गांधी उनके साथ तबतक खड़ा है जबतक उन्हें इंसाफ नहीं मिल जाता।"

आपको  बता दें कि पीड़िता के माता-पिता का आरोप है कि उनकी बच्ची के साथ बलात्कार किया गया और एक पुजारी ने यह झूठ बोलकर उसका जबरन अंतिम संस्कार करा दिया कि उसकी मौत बिजली का करंट लगने से हुई है। कल बच्ची के माता-पिता ने अन्य लोगों के साथ मिलकर पुराना नांगल क्षेत्र में घटनास्थल पर धरना दिया और दोषियों को मृत्युदंड दिए जाने की मांग की।

पुलिस ने सोमवार को कहा था कि बच्ची की मां के बयान के आधार पर प्राथमिकी में बलात्कार की धारा जोड़ दी गई है और पुजारी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया था कि बच्ची अपने माता-पिता के साथ गांव में श्मशान घाट के सामने किराए के घर में रहती थी। रविवार शाम साढ़े पांच बजे वह अपनी मां को सूचित कर श्मशान घाट में लगे पानी के कूलर से ठंडा पानी लेने गई थी।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शाम छह बजे श्मशान घाट के पुजारी राधेश्याम और बच्ची की मां को जानने वाले दो-तीन अन्य लोगों ने उसे वहां बुलाया और बेटी का शव दिखाकर दावा किया कि कूलर से पानी लेने के दौरान करंट लगने से उसकी मौत हो गई। उसकी बाईं कलाई और कोहनी के बीच जलने के निशान थे और उसके होंठ भी नीले पड़ गए थे। अधिकारी ने बताया कि पुजारी और अन्य लोगों ने उसकी मां को पुलिस को सूचना देने से मना करते हुए कहा कि पुलिस मामला बना देगी और पोस्टमार्टम के दौरान चिकित्सक बच्ची के अंगों को चुरा लेंगे, इसलिए उसका अंतिम संस्कार करना बेहतर है। 

कल भी कई सियासी दलों के नेता, एक पूर्व पुलिस अधिकारी सहित कई बड़ी हस्तियां पीड़ित  परिवार से मिलने पहुची थीं। कल धरना-प्रदर्शन में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी शामिल हुए। आजाद ने कहा, ‘‘मामले की उचित तरीके से जांच होनी चाहिए। यह झूठ था कि लड़की की मौत करंट लगने से हुई थी। उन्होंने परिवार की मौजूदगी के बिना उसका अंतिम संस्कार कर दिया। हमने सुना है कि लड़की के माता-पिता पर भी उसी के मुताबिक बयान देने का दबाव डाला गया।’’

हिमाचल प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक पृथ्वीराज भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और कहा कि पीड़ित परिवार को समय पर न्याय मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक हत्या और बलात्कार की शिकार बच्ची को न्याय दिलाने आया हूं। न्याय दिया जाना चाहिए। इसमें कोई देरी नहीं होनी चाहिए। अगर इसमें देरी हुई तो स्थिति और खराब होगी तथा लोग सड़कों पर उतर आएंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लोग हाथरस की घटना को नहीं भूले हैं और अब यह हो गया है। और यह संदेश जा रहा है कि शक्तिशाली लोग कुछ भी कर सकते हैं।’’

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