नयी दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिल सकता है। इस साल पुरस्कार पाने के संभावित दावेदारों में उनका नाम शामिल है। वाल स्ट्रीट जनरल के एक समाचार के अनुसार क्लेरीवेट एनालिटिक्स द्वारा तैयार संभावित छह उम्मीदवारों की सूची में राजन का नाम भी है। हालांकि, इस सूची में नाम आने का मतलब यह नहीं है कि राजन पुरस्कार पाने वालों में सबसे आगे हैं बल्कि वह इसे जीतने वाले संभावित दावेदारों में से एक हैं।
क्लेरीवेट एनालिटिक्स नोबेल पुरस्कार के दर्जन भर संभावित विजेताओं की सूची अनुसंधान कार्य के आधार पर तैयार करती है।इस फर्म के अनुसार राजन कारपोरेट फाइनेंस में फैसलों के आयामों को रोशन करने में अपने योगदान के लिए पुरस्कार के एक दावेदार माने जा रहे हैं। राजन तीन साल तक भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रहे। राजन इस समय शिकागो विविद्यालय में बूथ स्कूल आफ बिजनेस में प्रोफेसर हैं। अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा सोमवार को की जाएगी।
आपको बता दें कि विश्व स्तर पर अर्थव्यवस्था के मामले में रघुराम राजन की गिनती बड़े नामों में होती है। वे सबसे कम उम्र (40) में अंतराराष्ट्रीय मुद्रा कोष के चीफ बनने वाले पहले गैर पश्चिमी रहे। 2005 में राजन ने अमेरिका में अर्थशास्त्री और बेंकरों की वार्षिक सभा में एक पेपर को प्रजेंट किया था जिसमें आर्थिक मंदी की आशंका जताई थी। उस समय इसका मजाक उड़ाया गया था लेकिन तीन साल बाद उनकी भविष्यवाणी सही साबित हुई थी। अमेरिका समेत विश्व की अर्थव्यवस्था आर्थिक मंदी की चपेट में आ गई थी।
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