नयी दिल्ली: राफेल लड़ाकू विमान की गर्जना एक बार फिर देश के दुश्मनों की नींद उड़ाने वाली है। राफेल लड़ाकू विमान एक बार फिर उड़ान भरने वाले हैं। भारतीय वायु सेना (आईएएफ) आठ अक्तूबर, 2020 को अपनी 88वीं वर्षगांठ पूरे गर्व से मनाएगी।
आईएएफ के एक अधिकारी ने बताया कि राफेल लड़ाकू विमान आठ अक्टूबर को वायु सेना दिवस की परेड में हिस्सा लेगा। वर्ष 1932 में भारतीय वायु सेना की स्थापना के उपलक्ष्य में वायु सेना दिवस मनाया जाता है।
इस साल वायुसेना 88वीं वर्षगांठ मनाएगी। गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस पर वार्षिक परेड में विभिन्न विमानों को प्रदर्शित किया जाएगा। वायु सेना के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘आठ अक्टूबर को वायु सेना दिवस की परेड में दूसरे विमानों के साथ ही राफेल विमान भी हिस्सा लेगा।’’
वायु सेना ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘राफेल 4.5 पीढ़ी का लड़ाकू विमान है। दोहरे इंजन ओम्नीरोल के साथ हवाई टोही, सटीकता से वार, जहाज रोधी और परमाणु संपन्न, हथियारों से लैस है।’’
वायु सेना में औपचारिक रूप से 10 सितंबर को पांच राफेल लड़ाकू विमान शामिल किए गए थे। इससे देश की वायु क्षमता में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। बहु-उद्देश्यीय भूमिका में कामयाब राफेल विमानों को सटीकता से हमला करने और वायु क्षेत्र में दबदबा कायम करने के लिए जाना जाता है।
पांच राफेल विमान की पहली खेप 29 जुलाई को फ्रांस से भारत आ गयी थी। नवंबर तक चार से पांच और राफेल लड़ाकू विमानों के आने की संभावना है।
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