चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसलों पर मोहर लगाई गई। पंजाब कैबिनेट ने सोमवार को लाल डोरे के घरों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। गांवों और शहरों में आने वाले लाल डोरे के घरों को वहां रह रहे लोगों के नाम किया जाएगा। 'मेरा घर, मेरे नाम' स्कीम के तहत लाल डोरे में रह रहे पंजाब के लोगों को फायदा होगा। पंजाब के NRI की प्रॉपर्टी पर कब्जा रोकने और प्रॉपर्टी NRI के नाम ही रहे इसे लेकर जल्द ही पंजाब सरकार एक्ट लाएगी।
बता दें कि, लाल लकीर के अंदर रजिस्ट्री नहीं होती है, इसलिए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी 'मेरा घर, मेरे नाम' स्कीम लेकर आए हैं। अब इस जमीन की रजिस्ट्री होगी, 15 दिन आपत्ति दर्ज कराने का समय होगा। साथ ही पंजाब सरकार आने वाले समय में NRI की प्रॉपर्टी के लिए बिल लेकर आ रही है। NRI की प्रापर्टी के रिकार्ड में चढ़ जाएगा कि यह प्रॉपर्टी एनआरआइ की है।
पंजाब कैबिनेट की बैठक में शामिल हुईं रजिया सुल्तान
नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थन में पिछले महीने मंत्री पद से इस्तीफा देने वाली रजिया सुल्तान सोमवार को यहां पंजाब कैबिनेट की बैठक में शामिल हुईं। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता की। एक अधिकारी ने बताया कि सुल्तान कैबिनेट की बैठक में शामिल हुईं। हालांकि, पिछले महीने चन्नी को भेजे गए उनके त्यागपत्र पर अब भी कोई स्पष्टता नहीं है।
नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा पिछले महीने पंजाब कांग्रेस प्रमुख पद से इस्तीफा देने के बाद रजिया सुल्तान ने भी कैबिनेट मंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया था। चन्नी को लिखे अपने त्यागपत्र में, सुल्तान ने कहा था कि उन्होंने "नवजोत सिंह सिद्धू के साथ एकजुटता के तहत" कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दिया है। सुल्तान को सिद्धू का करीबी माना जाता है। उनके पति मोहम्मद मुस्तफा भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी हैं तथा सिद्धू के प्रमुख रणनीतिक सलाहकार हैं।
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