नई दिल्ली: रामजस कॉलेज में हुई हिंसा की जांच दिल्ली पुलिस द्वारा इस महीने के अंत तक पूरी कर लिए जाने की संभावना है और उसने इस मामले में अभी तक 17 छात्रों तथा शिक्षकों के बयान दर्ज किये हैं। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गत महीने हुई हिंसा की जांच अपराध शाखा को सौंपी गयी और अपराध शाखा की एक टीम ने अभी तक 17 लोगों के बयान दर्ज किये हैं। पुलिस ज्यादती के आरोपों पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का नोटिस मिलने के बाद दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक द्वारा गठित एक अन्य टीम भी इस मामले की जांच कर रही है।
एक सूत्र ने बताया कि जिन 17 लोगों ने अपराध शाखा के समक्ष बयान दर्ज कराये हैं, उनमें कला संकाय और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के शिक्षक शामिल हैं। सेंट स्टीफंस कॉलेज और देशबंधु कॉलेज के छात्रों ने भी जांच दल से बात की है। अपराध शाखा ने इस मामले में मीडिया चैनलों और स्थानीय पुलिस को भी नोटिस जारी किये हैं।
अधिकारी ने कहा, हमने उस दिन के बिना काट-छांट वाले फुटेज के लिए सभी मीडिया चैनलों को नोटिस जारी किये हैं। स्थानीय पुलिस को भी उस दिन की बगैर काट-छांट वाली वीडियो रिकॉर्डिंग साझा करने के लिए नोटिस जारी किया गया है। ऐसी शिकायतें थीं कि वहां राष्ट्र विरोधी नारेबाजी की गयी।
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