प्रियंका गांधी दिल्ली स्थित वाल्मीकि मंदिर में हाथरस पीड़िता के लिए हो रही प्रार्थना सभा में हुईं शामिल, कही ये बात
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने महर्षि वाल्मीकि मंदिर में हाथरस घटना की पीड़ित के लिए आयोजित प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया।
नयी दिल्ली। हाथरस घटना को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने दिल्ली के एक महर्षि वाल्मीकि मंदिर में पूजा-अर्चना की। प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाथरस पीड़िता की फोटो पर फूल चढ़ा कर श्रंद्धाजलि अर्पित की। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने महर्षि वाल्मीकि मंदिर में हाथरस घटना की पीड़ित के लिए आयोजित प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया। प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि जो इस लड़की के साथ हुआ, जो उसके परिवार के साथ हो रहा है, उन पर अन्याय पर अन्याय हो रहा है। इसके खिलाफ इस देश की एक-एक महिला और एक-एक पुरुष की आवाज़ उठनी चाहिए। जो भी उस लड़की के साथ किया गया उसको झेलते हुए भी सरकार की कोई मदद नहीं मिली। इसीलिए मैं आपके बीच आई हूं, जब मैंने सुना की आपके समाज, वाल्मीकि समाज ने उनके लिए प्रार्थना सभा रखी है। मैं इसीलिए यहां आई कि आपको और उनके परिवार को कभी महसूस नहीं होने देना चाहिए कि वे अकेले हैं, हम सभी से आग्रह करते हैं, अपनी आवाज उठाओ।
बता देंं कि, कल प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को हाथरस नहीं जाने दिया गया था। पुलिस ने उन्हें नोएडा बॉर्डर पर ही रोक लिया था। इस दौरान पुलिस के साथ कांग्रेस नेताओं की हल्की धक्का-मुक्की भी हुई थी। इसके बाद प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा था- 'एक घमंडी सत्ता मासूम बच्चियों के मृत शरीरों पर अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रही है। अन्याय को रोकने के बजाए, खुद अन्याय कर रही है। महिलाओं के लिए एक सुरक्षित समाज और प्रदेश के लिए- जहां वो आजादी से जी सकें और आगे बढ़ सकें– हमारा संघर्ष जारी रहेगा।'
'हाथरस मामले में उच्च न्यायालय का आदेश आशा की किरण'
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाथरस की घटना को लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ द्वारा शीर्ष अधिकारियों को समन जारी किए जाने को लेकर शुक्रवार को कहा कि इस मामले में यह एक आशा की एक किरण है। उन्होंने ट्वीट किया, 'इलाहाबाद उच्च न्यायालय का एक मजबूत और उत्साहजनक आदेश आया है। पूरा देश हाथरस की बलात्कार पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहा है।' कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने कहा, 'पीड़िता के परिवार के साथ उप्र सरकार की ओर से किए गए अंधकारमय, अमानवीय और अन्यायपूर्ण व्यवहार के बीच उच्च न्यायालय का आदेश आशा की एक किरण है।'
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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में 19 वर्षीय दलित युवती के साथ कथित सामूहिक बलात्कार, हत्या और उसके जबरन अंतिम संस्कार की घटना से नाखुश इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने गुरुवार को समन जारी कर राज्य सरकार के शीर्ष अधिकारियों को अदालत में उपस्थित होने को कहा। न्यायमूर्ति राजन रॉय और न्यायमूर्ति जसप्रीत सिंह की पीठ ने उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और अपर पुलिस महानिदेशक को समन जारी कर सभी से 12 अक्टूबर को अदालत में पेश होने और मामले में स्पष्टीकरण देने को कहा है।
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जानिए क्या है हाथरस मामला
14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था। लड़की को रीढ़ की हड्डी में चोट और जीभ कटने की वजह से पहले अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उसके बाद उसे दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था, जहां मंगलवार तड़के उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद प्रशासन ने जबरन रात में लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया।