नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों के लिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित एक पांच सितारा होटल में रात्रिभोज का आयोजन किया। इस रात्रिभोज में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अखिलेश यादव जैसे प्रमुख विपक्षी नेता अनुपस्थित रहे। तृणमूल कांग्रेस, वाम दलों जैसे माकपा और भाकपा, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और राजद के सांसद भी रात्रिभोज में अनुपस्थित रहे।
रात्रिभोज के लिए संसदीय कार्य मंत्रालय की ओर से दोनों सदनों के 750 से अधिक सदस्यों को आमंत्रण भेजा गया था। होटल अशोक में आयोजित रात्रिभोज में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के अलावा राजग और कई अन्य दलों के विभिन्न नेता भी शामिल हुए। इनमें द्रमुक की कनिमोई, आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, भाजपा में शामिल हुए तेदेपा के तीन राज्यसभा सदस्य वाई एस चौधरी, सी एम रमेश और टी जी वेंकटेश भी शामिल थे।
सूत्रों के अनुसार रात्रिभोज का आयोजन इसलिए किया गया था ताकि प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्य दोनों सदनों के सभी सदस्यों से एक अनौपचारिक माहौल में मिल सकें। भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी ने कहा, ‘‘सांसदों ने प्रधानमंत्री के साथ एक बहुत अनौपचारिक माहौल में संवाद किया और वे उनके साथ सेल्फी लेते हुए देखे गए।’’ उन्होंने कहा कि माहौल बहुत सौहार्द्रपूर्ण था। सूत्र ने कहा कि जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री ने इस दौरान पूर्व लोकसभाध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा निभाई गई भूमिका की प्रशंसा की।
संसद का सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को आहूत सर्वदलीय बैठक में नेताओं से कहा था कि जनहित के मुद्दों पर विचार विमर्श के लिए राजनीतिक मतभेदों को दरकिनार किया जा सकता है।
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