दुनिया भर में जारी कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश वासियों से मन की बात की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन के चलते आम लोगों के सामने पेश आ रही परेशानियों के लिए माफी मांगी। देश को इस खतरनाक वायरस से बचाने के लिए सरकार को कड़े निर्णय लेने पड़े हैं। हो सकता है, बहुत से लोग मुझसे नाराज होंगे कि ऐसे कैसे सबको घर में बंद कर रखा है। मैं आपकी दिक्कतें समझता हूं, लेकिन भारत को, कोरोना के खिलाफ़ जीतने के लिए, ये कदम उठाये बिना कोई रास्ता नहीं था।
बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए प्रधानमंत्री ने 24 मार्च को कोरोना वायरस के प्रभाव को रोकने के लिए पूरे देश में लॉक डाउन की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद पूरे भारत में 25 मार्च से लॉक डाउन लागू हो गया। इस दौरान लोगों का घरों से निकलना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इसके चलते लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मन की बात में अपने संबोधन में कहा कि मैं फिर एक बार, आपको जो भी असुविधा हुई है, कठिनाई हुई है, इसके लिए क्षमा मांगता हूं। कोरोना वायरस ने दुनिया को क़ैद कर दिया है। ये ना तो राष्ट्र की सीमाओं में बंधा है, न ही कोई क्षेत्र देखता है और न ही कोई मौसम इसलिए लोगों को, इसे ख़त्म करने के लिए एकजुट होकर संकल्प लेना होगा।
उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि कोई कानून नहीं तोड़ना चाहता, लेकिन कुछ लोग ऐसा कर रहे हैं क्योंकि अभी भी वो स्थिति की गंभीरता को नहीं समझ रहे। अगर आप लॉकडाउन का नियम तोड़ेंगे तो वायरस से बचना मुश्किल होगा।
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