नई दिल्ली। आम तौर पर देश का प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस यानि 15 अगस्त के दिन लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराते हैं और कई बार कुछ विशेष मौकों पर भी लाल किले में शिरकत करते हैं। इस बार भी एक विशेष मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले में तिरंगा फहराने के कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे हैं।
बुधवार को नमो ऐप के जरिए कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि वह रविवार यानि 21 अक्तूबर के दिन लाल किले पर झंडारोहण कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे हैं। झंडारोहण का यह कार्यक्रम आजाद हिंद फौज की की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर किया जा रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री उन स्वतंत्रता सैनानियों से भी मिलेंगे जिन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ आजाद हिंद फौज में काम किया है। साथ में प्रधानमंत्री आजाद हिंद फौज म्यूजियम का भी उदघाटन करेंगे। आजाद हिंद फौज का गठन नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने ही किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि उनकी सरकार उन सभी महान स्वतंत्रता सैनैनियों को को याद करेगी जिन्हें कांग्रेस के शासनकाल में वर्षों तक नकारा गया। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस, भीमराव आंबेडकर और सरदार पटेल जैसे लोगों की अनदेखी का आरोप लगाया।
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