केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा- मुझे उम्मीद है किसान समझेंगे, एमएसपी थी और रहेगी
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने उम्मीद जताई है कि किसान सरकार की बातों को समझेंगे और आंदोलन वापस लेंगे। उन्होंने कहा कि एमएसपी थी और आगे भी जारी रहेगी।
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने उम्मीद जताई है कि किसान सरकार की बातों को समझेंगे और आंदोलन वापस लेंगे। उन्होंने कहा कि एमएसपी थी और आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद अपने घोषणा पत्र में कॉनट्रैक्ट फॉर्मिक लेकर आई थी। प्रकाश जावड़ेकर ने इंडिया टीवी से बात कर रहे थे।
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि किसान इस बात को समझें कि कृषि बिल उनके पक्ष में है। उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण में कांग्रेस का पाखंड सामने आ गया है। कांग्रेस किसानों को गुमराह कर रही है।
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि नया कानून किसानों के हित में हैं इसलिए देश के बहुसंख्यक किसानों ने इसका स्वागत किया है। यहां जानबूझकर भ्रम पैदा करने की बात आई वहां केवल मुद्दा बचा है, हम संवाद के जरिए यह भ्रम और गलतफहमी दूर करेंगे, 5 दौर की चर्चा हो गई है और छठे दौर की बात होने जा रही है। सरकार ने लचीला रुख अपनाया है कि कोई गलतफहमी दूर करने के लिए कोई आवश्यक चीज करनी है तो उसकी भी तैयारी सरकार ने की है।
किसानों पर हमारा कोई गुस्सा या आपत्ति नहीं है, किसानों की जायज गलतफहमी हो सकती है जिसे दूर करना हमारा काम है। लेकिन आज हम ये देख सकते हैं कि जिस अमरिंदर सिंह ने पेप्सी कोला का 1980 में कांट्रेक्ट की खेती शुरू की उस खेती के आज उल्टा बोल रहे हैं, कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग के कानून कांग्रेस की सरकारों के समय राज्यों में बनाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष हारा है और लोकतंत्र के जरिए उन्हें फिर से चुने जाने की संभावना नहीं दिख रही है, इसलिए जहां भी अवसर मिले वहां अनुचित लाभ उठाने की बात करते हैं।
जावड़ेकर ने कहा-'उनके मन में एक आशंका भरी है कि एमएसपी खत्म होगी क्या, मैं भी कह रहा हूं और कृषि मंत्री ने भी कहा था कि एमएसपी थी है और रहेगी, एमएसपी बढ़ी भी है। एमएसपी पर हमने लागत पर 50 प्रतिशत ज्यादा मूल्य दिया है हमने स्वामीनाथन कमिशन की रिपोर्ट लागू की है, आज किसान खुश है। 55 साल तक एमएसपी की जो व्यवस्था थी वैसी ही व्यवस्था आगे भी चलती रहेगी। कानून पास होने के बाद किसानों ने अपना धान बढ़ी हुई एमएसपी पर बेचा, मंडी में बेचा, मंडी भी जीवित है और एमएसपी भी।'
उन्होंने कहा- यह सच नहीं है कि संसद में चर्चा नहीं हुई किसान बिल पर, लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा हुई है और सभी ने अपने मुद्दे रखे हैं। पंजाब में किसानों के अंदर गलतफहमी फैलाने की कांग्रेस की भूमिका है, उन्होंने 2019 में तीनों कानून बिल ऐसे ही पास करने की बात कही थी और अब मुकर रहे हैं।'
जावडेकर ने कहा-' किसान हमारे हैं और किसान के प्रति हमारी सहानुभूति है, हमें विश्वास है कि हल निकलेगा। लेकिन विपक्षी दल राजनीति कर रहे हैं। जो खुद उन्होंने काम शुरू किया उसका विरोध कर रहे हैं। राहुल गांधी ने 2013 में जो ट्वीट किया अब उसका विरोध कर रहे हैं।'