नई दिल्ली: सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संशोधित नागरिकता क़ानून (CAA) को लेकर छात्रों के विरोध के पीछे तमाम तरह के फैलाए गए भ्रम को ज़िम्मेदार ठहराते हुए बुधवार को कहा कि इससे छात्रों को डरने की कोई ज़रूरत नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह नागरिकता देने वाला क़ानून है, नागरिकता लेने वाला नहीं, इसलिए इससे घुसपैठियों को अवश्य ही चिंता करने की ज़रूरत है।
जावड़ेकर ने सतत विकास पर आयोजित सम्मेलन के बाद सीएए पर छात्र आंदोलन से जुड़े के सवालों के जवाब में संवाददाताओं से कहा, “देश में एक संवेदनशील सरकार है जो सभी की बात सुनती है। छात्रों या किसी अन्य को शांतिपूर्वक तरीक़े से अपनी बात कहनी चाहिए।” उन्होंने कहा, “सभी पक्षों से शांति बनाने की सभी लोगों ने अपील की है और हम भी यह अपील करते हैं कि शांति से ही हर समस्या का हल होता है।”
जावड़ेकर ने कहा कि विभिन्न मुद्दों पर लोगों की भिन्न राय हो सकती है। इस क़ानून पर भी मत-मतान्तर हो सकते हैं, जिन्हें शांतिपूर्ण तरीक़े से ही सुलझाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अशांति फैलाना ना तो किसी सरकार के लिए स्वीकार्य है ना ही इससे समस्या का कोई हल निकल सकता है।
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