प्रद्युम्न मर्डर केस: जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने आरोपी छात्र को 3 दिन की CBI रिमांड पर भेजा
प्रद्युम्न के पिता बिहार के मधुबनी जिले के पंडौल प्रखंड के बड़ागांव के रहने वाले हैं। प्रद्युम्न की हत्या को लेकर उनके पैतृक गांव के लोगों का गुस्सा भी उबाल पर है। वे भी मासूम बच्चे के असली कातिल को पकड़ने और निजी स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेक
नई दिल्ली: गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हुए प्रद्युम्न मर्डर केस में जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने आरोपी छात्र को तीन दिन की सीबीआई रिमांड पर भेजा है। इससे पहले सीबीआई ने उसी स्कूल के 11वीं के एक छात्र को हिरासत में लिया था। इस मामले में सीबीआई ने पहले ही आरोपी बस कंडक्टर अशोक कुमार को हिरासत में ले चुकी है। सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने इस छात्र को दोपहर बाद जूवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया। सीबीआई को लगता है कि प्रद्युम्न की हत्या उसी ने की है। वो चाकू अपने साथ लेकर स्कूल गया था। सुबह उसने पोर्न क्लिप देखी थी जिसके बाद उसने प्रद्युम्न के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। सीबीआई ने जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड पर छोड़ दिया था की वो उसको बालिग मान कर मुकदमा चलाए या नाबालिग क्योंकि लड़के की उम्र 16 साल से ज्यादा है।
हालांकि गिरफ्तार किए गए बच्चे के पिता ने अपने बेटे को बेकसूर करार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सीबीआई उनके बेटे को फंसा रही है। बच्चे के पिता का कहना है कि वारदात के दिन मेरे बेटे ने स्कूल में परीक्षा दी थी और उसके शरीर पर खून का एक कतरा तक नहीं लगा था।
लाइव अपडेट्स
- प्रद्युम्न के गले पर 18x2 सेमी का जख्म था, तेजधार चाकू से हुई थी प्रद्युम्न की हत्या- CBI
- CCTV के आधार पर आरोपी को पकड़ा, कुछ दिन पहले आरोपी ने चाकू खरीदा था- CBI
- चाकू लेकर स्कूल आया था आरोपी छात्र- CBI
- आरोपी छात्र की हिरासत की मांग करेगी CBI
- बस कंडक्टर को क्लीनचिट नहीं- CBI
- आरोपी ने हत्या के बाद चाकू को फ्लश किया- CBI
- जांच में यौनशोषण की बात सामने नहीं आई- CBI
- गुरुग्राम पुलिस का CBI की थ्योरी पर टिप्पणी से इनकार
- हरियाणा पुलिस ने कंडक्टर को फंसाने की साजिश की, उसे फंसाने के लिए चाकू प्लांट किया गया
- वारदात में इस्तेमाल हथियार को फोरेन्सिक जांच के लिए भेजा गया है, जिससे 11th क्लास के इस छात्र ने प्रदुमन का मर्डर किया था
- PTM टालने के लिए आरोपी ने मर्डर किया-CBI
- जांच के दौरान स्पॉट का रीकंस्ट्रक्शन किया- CBI
- CBI के अधिकारी अभिषेक दयाल कर रहे हैं बातचीत
- रात 11.30 बजे छात्र को हिरासत में लिया गया था
- आरोपी छात्र को किंग्सवे कैंप के सेवाधाम में रखा गया है
- दोपहर 2 बजे जुवेनाइल बोर्ड में छात्र की पेशी होगी
- CBI का दावा- आरोपी छात्र ने अपना जुर्म कबूला
- बिना कैमरे के बात कर रहे हैं सीबीआई अफसर
- पत्रकारों को मर्डर केस में जानकारी दे रही है CBI
- प्रद्युम्न मर्डर केस में CBI की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू
इस वारदात के बाद सबसे पहले बस कंडक्टर अशोक कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उस वक्त आरोपी ने हत्या की बात कबूल की थी, लेकिन बाद में वह अपने बयान से पलट गया था।
बस कंडक्टर ने कहा था कि दबाव में आकर उसने हत्या की बात स्वीकार की थी। इसके बाद भारी दबाव के बीच इस मामले की जांच सीबीआई को दी गई। सीबीआई ने इस मामले में बस कंडक्टर के साथ ही स्कूल के माली हरपाल, टीचर, नॉन टीचिंग स्टाफ और मैनेजमेंट जुड़े कई लोगों से पूछताछ की है। यहां तक की सीबीआई ने बस कंडक्टर और माली के साथ रेयान इंटरनेशनल स्कूल जाकर क्राइम सीन रिक्रिएट किया था। जिस टॉयलेट में वारदात को अंजाम दिया गया वहां भी जांच की गई।
प्रद्युम्न के पिता बिहार के मधुबनी जिले के पंडौल प्रखंड के बड़ागांव के रहने वाले हैं। प्रद्युम्न की हत्या को लेकर उनके पैतृक गांव के लोगों का गुस्सा भी उबाल पर है। वे भी मासूम बच्चे के असली कातिल को पकड़ने और निजी स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। वरुण कहते हैं कि कोई भी व्यक्ति जीवन में कभी न कभी अभिभावक बनता है, ऐसे में यह लड़ाई अब सिर्फ एक अभिभावक की नहीं है। उनका मानना है कि कोई भी निजी स्कूल प्रबंधक आज जिस तरह सुरक्षा से समझौता कर स्कूल चला रहे हैं, उससे सभी अभिभावकों की चिंता बढ़ी है। ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सभी को आगे आने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि यह लड़ाई किसी प्रांत या क्षेत्र की लड़ाई नहीं है, यह पूरे देश का मुद्दा है। उन्होंने हालांकि इतना जरूर स्वीकार किया कि मधुबनी के होने के कारण बिहार के लोगों की ज्यादा मदद मिल रही है। उन्होंने बताया कि गैरसरकारी संस्था मिथिलालोक फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ़ बीरबल झा उन्हें कानूनी सहायता उपलब्ध करा रहे हैं। गुरुग्राम की एक निजी कंपनी में कार्यरत वरुण चंद्र ठाकुर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ पर्व-त्योहारों पर पैतृक गांव आते हैं।