देहरादून: उत्तराखंड में केदारनाथ धाम के कपाट आज श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। करीब सवा 6 बजे पुजारियों के मंत्रोच्चार के बीच 6 महीने बाद केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए, जिसके बाद मंदिर में पूजा अर्चना की गई। इस समय बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों का जत्था केदारनाथ पहुंचने लगा है।
उत्तराखंड के राज्यपाल के के पॉल और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सबसे पहले पूजा-अर्चना की। रावल भीमाशंकर लिंग ने सुबह छह बजकर 15 मिनट पर मंदिर के प्रशासन और मंदिर समिति के अधिकारियों की मौजूदगी में मंदिर के द्वार खोले।
भगवान केदारनाथ के मंदिर को 20 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया है। फूलों के साथ बेलपत्री, आम और पीपल के पत्तों की माला का भी उपयोग किया गया है। बाबा केदार की प्रतिमा को उखीमठ के ओमकारेश्वर मंदिर से फूलों से सजी पालकी में यहां लाया गया। सर्दियों में ओमकारेश्वर मंदिर में ही बाबा की पूजा की जाती है।
वैदिक श्लोकों के जाप और धार्मिक अनुष्ठानों के बीच प्रतिमा को मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया गया और बाद में मंदिर के मुख्य द्वार को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोला गया। केदारनाथ कपाट के आज खुलने के बाद अब कल बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलेंगे। इसी के साथ चार धाम की यात्रा करने वालों की संख्या बढ़नी शुरू हो जाएगी। यमनोत्री-गंगोत्री धाम और केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के बीच 11 दिनों के अंतर को इस साल चार धाम की यात्रा के प्रति कुछ कम उत्साह का कारण माना जा रहा है।
अधिकारियों का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मंदिर के दर्शन को आ सकते हैं। मोदी केदारपुरी के पुनर्निर्माण कार्य पर खुद नजर बनाए हुए हैं। सुविधाओं में सुधार के साथ ही श्रद्धालु इस बार शिव भगवान पर रखे गए लेजर शो समेत कई नए आकर्षणों का भी आनंद ले पाएंगे।
केदारनाथ चारधाम यात्रा के प्रसिद्ध चार मंदिरों में से एक है, जहां दुनिया भर से लाखों तीर्थयात्री हर साल आते हैं। अन्य प्रसिद्ध तीन धार्मिक मंदिरों में बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री शामिल हैं।
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