श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के बारामुला जिले में लॉकडाउन (बंदी) के दौरान लोगों से घरों में ही रहने के लिए कहते समय अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में एक पुलिसकर्मी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए उसे सेवा से हटा दिया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का संज्ञान लिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी लोगों को घरों में रहने का संदेश देने के लिए कथित तौर पर अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहा है।
उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में अधिकारियों ने पाया कि आरोप सही हैं। यह भी पता चला कि आरोपी उत्तरी कश्मीर जिले के सोपोर इलाके में तैनात था। प्रवक्ता ने दावा किया कि यह भी सामने आया कि आरोपी ने सुनसान जगह पर वीडियो बनाया और वह किसी भी घोषणा करने वाले दल का हिस्सा नहीं था। उन्होंने बताया कि आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर उसे सेवा से हटा दिया गया है। साथ ही आगे की जांच जारी है।
इकट्ठा होने से रोकने पर लोगों ने पुलिस से की मार-पीट
उत्तर प्रदेश के संभल जिले के एक गांव में एक दुकान पर लोगों को इकट्ठा होने से मना करने पर पुलिस के सिपाहियों के साथ कथित तौर पर मारपीट की गई, जिससे एक सिपाही घायल हो गया। इस संबंध में 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
बहजोई के कोतवाल रविन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि शुक्रवार को क्षेत्र के चितनपुर गांव में लॉकडाउन की व्यवस्था बनाए रखने के लिए दो सिपाही विनय कुमार और आदेश कुमार ड्यूटी पर तैनात थे। एक दुकान पर भीड़ जुटी देख सिपाहियों ने लोगों को इकट्ठा होने से मना किया। सिंह के अनुसार, कुछ लोगों ने इसका विरोध किया जिसके बाद उनके और सिपाहियों के बीच कहा सुनी हो गई।
इस बीच, ग्रामीणों ने सिपाहियों पर कथित तौर पर हमला कर दिया जिसमे एक सिपाही विनय कुमार घायल हो गया। उन्होंने बताया कि विनय कुमार को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया। सिंह ने बताया कि इस मामले में आरिफ, यासीन सहित सात नामजद और आठ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
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