चेन्नई: तमिलनाडु पुलिस कोविड -19 के एक मरीज की तलाश कर रही है, जिसे गलती से विल्लुपुरम जिले के एक अस्पताल ने छुट्टी दे दी थी। अस्पताल ने मंगलवार को एक क्लेरिकल गलती के कारण चार कोरोनवायरस पॉजिटिव रोगियों को छुट्टी दे दी थी। इस गलती का एहसास होने पर अस्पताल के अधिकारी पुलिस के पास पहुंचे और फिर जिले में रहने वाले एक ही परिवार से जुड़े तीन व्यक्तियों को वहां से तुरंत हटाया गया।
बचे हुए जिस एक व्यक्ति का पता लगाया जा रहा है, वह दिल्ली का एक प्रवासी मजदूर है। पुलिस के मुताबिक, लापता मरीज का पता लगाने के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं। विल्लुपुरम जिले में अभी 20 कोविड -19 रोगी हैं।
इस बीच तमिलनाडु में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 48 नये मामले आने के साथ राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 738 तक पहुंच गई है। राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सामने आए 48 मामलों में 42 वे लोग हैं जो दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के मरकज में शामिल होकर आए थे।
राज्य की स्वास्थ्य सचिव बीला राजेश ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से मंगलवार को वेल्लोर में 45 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई जो राज्य में इस बीमारी से आठवीं मौत है। उन्होंने बताया कि यह व्यक्ति कोरोना वायरस संक्रमित एक मरीज के संपर्क में आया था।
बीला राजेश ने बताया कि 48 नये मामलों में 42 एक ही स्रोत (व्यक्ति) के संपर्क में आए थे और उनमें एक मलेशियाई नागरिक भी है। उन्होंने बताया कि सरकार का उद्देश्य कोरोना वायरस के संक्रमण को तीसरे चरण में प्रवेश करने से रोकना है और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी इस दिशा में काम कर रहे हैं।
राजेश ने बताया कि उनमें से 42 व्यक्तियों को एक ही स्रोत (जो दिल्ली में धार्मिक कार्यक्रम में गया था) से संक्रमण आया और बाकी छह में से दो पृथक वास में थे और उनमें से भी एक ने विदेश यात्रा की थी एवं अन्य चार यहीं से हैं। उन्होंने कहा कि अब तक 21 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं और उन्हें छुट्टी दे दी गयी है।
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