नर्ई दिल्ली: नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार मामले में बुधवार को जोधपुर की अदालत द्वारा आसाराम को दोषी ठहरा दिया। एक साल के भीतर यह दूसरा मामला है जब किसी स्वयंभू बाबा को बलात्कार के मामले में दोषी करार दिया गया है। पिछले साल अगस्त में गुरमीत राम रहीम को भी यौन उत्पीड़न के मामले में दोषी करार दिया गया था। यौन उत्पीड़न , मुख्यतौर पर नाबालिग से बलात्कार करने के बिंदुओं पर जिरह के बाद विशेष न्यायाधीश मधुसूदन शर्मा ने जोधपुर सेंट्रल जेल परिसर में अपना फैसला सुनाया।
77 वर्षीय आसाराम यहां चार से अधिक वर्षों से बंद हैं। आसाराम पर लगे रेप के आरोप के बाद से उसकी सारी कहानी रह रहकर मीडिया के सामने आती रही है। कई साल पहले आसाराम को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ था। जोधपुर पुलिस ने आसाराम के खिलाफ सेशन कोर्ट में जो 1021 पन्नों की चार्जशीट दायर की थी उसमें पुलिस आसाराम को लेकर कई बड़े खुलासे किए थे। पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में लिखा था कि आसाराम आदतन यौन अपराधी है। वह हर रोज सेक्स करता था। ये ही नहीं आसाराम एक साथ कई महिला साधकों से खुद के लिए करवा चौथ का व्रत रखवाता था।
इसके अलावा आसाराम और उसके बेटे नारायण साईं ने लड़कियों के ब्रैन वॉश करने के लिए एक महिलाओं का गुप्त दल भी बना रखा था। इस दल का काम लड़कियों का ब्रैन वॉश करना होता था। जिस समय आसाराम लड़की के साथ एकांत में होता था उस समय उसकी बेटी भारती कुटिया के बाहर पहरा दे रही होती थी। इसके अलावा पुलिस ने अपनी चार्जशीट में आसाराम पर सेक्स रैकेट चलाने का भी आरोप लगाया है। पूर्व साधकों ने पुलिस को बताया है कि अपने नाजायज कामों को छिपाने के लिए उसने प्रवचन की आड़ ले रखी थी।
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