वोटिंग से पहले PM मोदी का रिपोर्ट कार्ड: ‘GST पैसा कमाने या सिर्फ टैक्स वसूलने के लिए नहीं है’
गुजरात में वोटिंग से एक दिन पहले FICCI के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस को निशाने पर लिया है और यूपीए सरकार पर अब तक के सबसे बड़े भ्रष्टाचार का आरोप लगाया...
नई दिल्ली: गुजरात में वोटिंग से एक दिन पहले FICCI के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस को निशाने पर लिया है और यूपीए सरकार पर अब तक के सबसे बड़े भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। पीएम मोदी ने कहा कि पिछली सरकार ने बैंको पर दबाव बनाकर उद्योगपतियों को लोग दिलाया। जनता की गाढ़ी कमाई को जमकर लूटा और पिछली सरकार ने बैंकों को दुर्दशा की। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने हमारी सरकार को NPA'S का बोझ दिया है।
बता दें कि पीएम मोदी फिक्की की सालाना आम बैठक में देश के उद्योगपतियों को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री बनने के बाद देश के किसी उद्योग मंडल की सालाना बैठक में यह उनका पहला भाषण था। GST के बाद उद्योग जगत से पीएम मोदी का ये पहला सीधा संवाद है। फिक्की के इस साल की सालाना बैठक की थीम है - 'नये भारत में भारतीय उद्यमी'
‘GST पैसा कमाने या टैक्स वसूलने के लिए नहीं है’
पीएम मोदी ने जीएसटी पर भी जवाब दिया और कहा कि जीएसटी पैसा कमाने या टैक्स वसूलने के लिए नहीं है। देश के हर व्यक्ति को सिस्टम में लाने के लिए हैं। जीएसटी से देश के गरीबों को ही फायदा होगा।
‘UPA सरकार का सबसे बड़ा घोटाला बैंकों से जुड़ा था’
पीएम मोदी ने आरोप लगाया की पिछली सरकार में बैंको पर दबाव बनाकर कुछ उद्योगपतियों को लोन दिलवाया गया। पीएम ने कहा यूपीए सरकार का सबसे बड़ा घोटाला बैंकों से जुड़ा था। उद्योगपतियों ने सरकार से मिलकर बैंकों के जरिए गरीबों की गाढ़ी कमाई लूट ली।
'बैंकों के लाखों करोड़ रुपए का एनपीए पिछली सरकार की देन है'
फिक्की एजीएम में पीएम मोदी ने यूपीए की सरकार और उसकी नीतियों पर हमला बोला। उन्होंने कहा बैंकों के लाखों करोड़ रुपए का एनपीए पिछली सरकार की देन है। उन्होंने फिक्की जैसे संगठनों से भी सवाल पूछे कि क्या पिछली सरकार के दौरान उन्होंने बैंकों के एनपीए पर कोई सर्वे किया।
क्या कहा PM मोदी ने-
- फिक्की के 90 साल पूरे होने पर बधाई- पीएम मोदी
- देश भ्रष्टाचार, कालेधन से परेशना हो चुका है
- आजादी के बाद के वर्षों में बहुत कुछ हुआ है
- आजादी के बाद गरीब हमेशा सिस्टम से लड़ता रहा
- बैंक खाते के लिए बैंकों के चक्कर लगाने पड़ते थे
- गरीब को बैंक के दरवाजे से लौटा दिया जाता था
- सिस्टम के साथ गरीब की लड़ाई बंद करने का काम किया
- सिस्टम से गरीब की लड़ाई खत्म करने का प्रयास कर रहे है
- 30 लाख से ज्यादा गरीबों ने बैंकों में खाते खुलवाए
- गरीबों को पक्का घर देने के लिए पीएम आवास योजना लाए
- मैं गरीबी की दुनिया से निकलकर आपके बीच आया हूं
- युवाओं के लोन की गारंटी के लिए मुद्रा योजना लाए
- मुद्रा योजना युवाओं की बड़ी जरुरत की पूर्ति कर रही है
- हमने बिना बैंक गारंटी पौने 10 करोड़ युवाओं को बैंक कर्ज दिए
- पिछली सरकार में कुछ उद्योगपतियों को लोन दिए गए
- पिछली सरकार ने कुछ बड़े कारोबारियों को लोन दिलवाया
- पिछली सरकार ने बैंकिंग सिस्टम की दुर्दशा की
- पिछली सरकार ने मेरी सरकार को NPA का बोझ दिया
- कुछ उद्योगपतियों को लाखों करोड़ों के लोन दिलवाए
- UPA सरकार ने जनता की गाढ़ी कमाई लूट ली
- UPA सरकार में बैंक के जरिए सबसे बड़ा घोटाला हुआ था
- सरकार पैसा कमाने के लिए GST नहीं लाई
- जीएसटी को और प्रभावी बनाने की कोशिश कर रहे है
- जीएसटी जैसी व्यवस्था रातोंरात खड़ी नहीं हो सकती
- छोटे-छोटे व्यापारियों को सिस्टम में लाने की कोशिश
- जीएसटी उद्योग जगत की पुरानी मांग थी
- हमारी सरकार ने यूरिया को लेकर नई नीति बनाई
- सरकार ने कानून बनाकर बिल्डरों की मनमानी पर रोक लगाई
- बिल्डर को पैसे देने के बाद भी घर नहीं मिल रहे थे
- एविक्शन, ट्रासंपोर्ट और हेल्थ सेक्टर में नई नीतियां बनाई
- सरकार ने 87 महत्वपूर्ण सुधार किए
- भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 40 हजार करोड़ के पार
- तीन साल में विदेशी निवेश में 70 फिसदी की बढ़ोतरी
क्या है फिक्की?
- देश का सबसे पुराना उद्योग मंडल है FICCI
- भारत के व्यापारिक संगठनों का संघ है FICCI
- 1927 में भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ की स्थापना हुई
- गांधीजी के कहने पर FICCI की शुरुआत की गई
- उद्योगपति घनश्याम दास बिड़ला, जेआरडी टाटा ने की थी शुरुआत