रेहड़ी पटरी वालों को पीएम मोदी की सौगात, उत्तर प्रदेश के 3 लाख कारोबारियों को होगा फायदा
बड़े छोटे शहरों में सड़क किनारे रेहड़ी पटरी (street vendors) लगाने वाले छोटे कारोबारियों को 'आत्म निर्भर' बनाने के लिए पीएम मोदी आज बड़ी सौगात दे रहे हैं।
नई दिल्ली। देश के बड़े छोटे शहरों में सड़क किनारे रेहड़ी पटरी (street vendors) लगाने वाले छोटे कारोबारियों को 'आत्म निर्भर' बनाने के लिए पीएम मोदी आज बड़ी सौगात दे रहे हैं। पीएम स्वानिधि योजना (PM Street Vendor's AtmaNirbhar Nidhi) के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के तीन लाख स्ट्रीट वेंडर्स को लोन बांट रहे हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोन बांटने के इस कार्यक्रम के दौरान वे लाभार्थियों से बातचीत भी कर रहे हैं।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले जहां रेहड़ी पटरी वाले छोटे कारोबारी बैंक जाने के बारे में सोच भी नहीं पाते थे, वहीं आज बैंक खुद चलकर इन्हे लोन देने आ रहे हैं। इसे 10000 रुपए के लोन से ये कारोबारी आत्मनिर्भर होकर अपना परिवार पाल सकते हैं। उन्होंने इस मौके पर बैंक कर्मियों को भी इस बड़े अभियान में साथ निभाने के लिए धन्यवाद दिया। पीएम ने कहा कि आज का दिन आत्मनिर्भर भारत के लिए एक अहम दिन है।
प्रधानमंत्री ने ट्विटर के जरिए इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि मैं रेहड़ी-पटरियों पर सामान बेचने वाले यूपी के भाइयों और बहनों के साथ संवाद करूंगा। प्रधानमंत्री स्वानिधि योजना ने किस प्रकार हमारे इन साथियों को नई ताकत दी है, इस बारे में जानने का मौका मिलेगा। सरकार ने स्ट्रीट वेंडर्स के लिए शुरू की गई इस योजना के लिए 5000 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है। इस लोन के लिए मोबाइल ऐप और वेब पोर्टल के जरिए आवेदन किया जा सकता है। डिजिटल लेनदेन की रसीद या भुगतान पर मासिक कैशबैक की सुविधा भी मिलेगी।
रेहड़ी-पटरी वलों को मिलेगी आर्थिक मदद
उत्तर प्रदेश सरकार को वेंडर्स की तरफ से अबतक 557,000 एप्लीकेशन मिल चुकी हैं, जो कि देश में सबसे ज्यादा है. दरअसल, कोरोना वायरस महामारी के दौरान ऐसे लोगों पर ही सबसे ज्यादा मार पड़ी है जो सड़क किनारे रेहड़ी लगाकर अपना गुजारा करते थे। लॉकडाउन के दौरान इनका पूरा धंधा चौपट हो गया और जीविका का संकट खड़ा हो गया। PM स्वानिधि योजना के तहत सरकार इन लोगों की मदद करेगी।
क्या है PM स्वानिधि योजना
1. सड़क किनारे ठेले या रेहड़ी-पटरी पर दुकान चलाने वालों को ये कर्ज दिया जाएगा
2. इस श्रेणी में फल-सब्जी, लॉन्ड्री, सलून और पान की दुकानें भी शामिल हैं
3. एक अनुमान के मुताबिक इस योजना से 50 लाख रेहड़ी, पटरी वालों को फायदा होगा
4. इस योजना के तहत हर स्ट्रीट वेंडर 10,000 रुपये तक लोन ले सकता है
5. इस राशि को रेहड़ी-पटरी वाले 1 साल के भीतर किस्तों में लौटा सकते हैं
6. लोन की शर्तें बेहद आसान होंगी, इसमें किसी गारंटी की जरूरत नहीं होगी
7. समय पर लोन चुकाने वालों को 7% सालाना ब्याज सब्सिडी भी दी जाएगी
8. इस स्कीम के तहत जुर्माने का कोई प्रावधान नहीं है