पड़ोसी देशों के नेताओं को पड़ोसी जैसा होना चाहिए: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि पड़ोसी देशों के नेताओं को पड़ोसी जैसा होना चाहिए, जो अक्सर एक-दूसरे से बिना किसी प्रोटोकॉल के मिलते और दौरा करते रहते हैं।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि पड़ोसी देशों के नेताओं को पड़ोसी जैसा होना चाहिए, जो अक्सर एक-दूसरे से बिना किसी प्रोटोकॉल के मिलते और दौरा करते रहते हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बांग्लादेश में तीन परियोजनाओं का संयुक्त रूप से उद्घाटन करते हुए मोदी ने कहा कि मैं यह पहले भी कह चुका हूं कि पड़ोसी देशों के नेताओं के साथ पड़ोसी जैसा संबंध एक-दूसरे से होना चाहिए। उन्हें एक-दूसरे से बातचीत करने में स्वतंत्रता महसूस होनी चाहिए, वे जब भी चाहें एक-दूसरे मिल सकें। इसमें उन्हें प्रोटोकॉल की बाध्यता नहीं होनी चाहिए।
संयुक्त रूप से बांग्लादेश में तीन परियोजनाओं का उद्घाटन
मोदी ने कहा कि यह निकटता बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना व उनके बीच अक्सर बातचीत में साफ तौर पर नजर आती है। मोदी के साथ शेख हसीना, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देब ने संयुक्त रूप से बांग्लादेश में तीन परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस परियोजना में मौजूदा बहरामपुर-भेरामारा इंटरकनेक्शन के जरिए भारत से बांग्लादेश को 500 मेगावाट की अतिरिक्त बिजली आपूर्ति सहित, अखौरा-अगतला रेल संपर्क व बांग्लादेश रेलवे के कुलौरा-शाहबाजपुर खंड का पनर्वास शामिल है।
मोदी ने संपर्क को बहाल करने के नजरिए की सराहना की
इस मौके पर मोदी ने शेख हसीना के भारत के साथ संपर्क को बहाल करने के नजरिए की सराहना की। उन्होंने कहा कि बीते कुछ सालों से इस लक्ष्य की तरफ प्रगति नियमित बनी रही है। उन्होंने कहा कि आज हमने अपने बिजली संपर्क को बढ़ा दिया और अपने रेल संपर्क को बढ़ाने के लिए दो परियोजनाएं शुरू की हैं। मोदी ने कहा कि बहरामपुर-भेरामारा बिजली आपूर्ति परियोजना के पूरे होने के साथ 1.16 जीडब्ल्यू बिजली की आपूर्ति भारत से अब बांग्लादेश को हो रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अखौरा-अगरतला रेल संपर्क दोनों देशों के बीच सीमा पार संपर्क के लिए अन्य जरिया प्रदान करेगा।
मोदी ने शेख हसीना के बांग्लादेश को 2021 तक मध्यम आय वाला देश और 2041 तक विकसित देश के रूप में परिवर्तित करने के विकास लक्ष्यों की तारीफ की। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व बांग्लादेश के विदेश मंत्री अब्दुल हसन मोहम्मद अली ने भी दिल्ली और ढाका से क्रमश: वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए समारोह में भाग लिया।