नीदरलैंड में बोले पीएम नरेंद्र मोदी, 'पासपोर्ट के रंग बदलने से खून के रिश्ते नहीं बदलते'
पीएम नरेंद्र मोदी अपने तीन देशों की यात्रा के आखिरी दौर में नीदरलैंड में हैं। यहां करीब तीन हजार भारतीय मूल के लोगों को पीएम मोदी संबोधित कर रहे हैं।
हेग: पीएम नरेंद्र मोदी अपने तीन देशों की यात्रा के आखिरी दौर में नीदरलैंड में हैं। यहां हेग स्थित एक स्पोर्ट्स स्टेडियम में करीब तीन हजार भारतीय मूल के लोगों को पीएम मोदी ने संबोधित किया। जैसे ही पीएम मोदी सभा स्थल पर पहुंचे भीड़ ने मोदी-मोदी के नारे के साथ उनका स्वागत किया। पीएम मोदी ने भोजपुरी में ''का हाल बा'' कहकर भाषण की शुरुआत की।
पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग टीवी पर देख रहे होंगे वे भी सोचते होंगे कि छोटे से शहर हेग में भी भारतीयों का इतना दम है। सूरीनाम के लोगों का विशेष अभिनंदन, काफी साल पहले मुझे वहां जाने का अवसर प्राप्त हुआ। दुनिया में जहां-जहां भारतवासी मजदूर के रूप में गए वहां उन्होंने आज भी भारत की भाषा, भारतीय संस्कृति और परंपरा को बरकरार रखा है। मैं उनका अभिनंदन करता हूं।
अपने साथ जिस भारतीयता को ले गए ठीक वैसी पांचवीं या छठी पीढ़ी तक बरकरार रखा। वरना आज एक ही पीढ़ी में सबकुछ बदल जाता है। भाषा भी बदल जाती है। अपनी जड़ों से जुड़ने से ताकत प्राप्त होती है। वो पेड़ जो जमीन से जुड़े होते हैं वो बड़े ताकतवर होते हैं। जड़ों से जुड़े रहने की ताकत क्या होती है मेरे सूरीनाम के भाइयों से सीख सकते हैं।
विश्व में जो कुछ भी आप अनुभव करते हैं आप मेरे देश में स्वभाविक रूप से कर सकते हैं। दुनिया के नेताओं से मिलता हूं तो वो मुझे देखते रहते हैं कि छोटे से देश को चलाने में दिक्कत होती है आप कैसे चलाते हैं। मैं कहता हूं आप लोग देश यहां चलाते हो मेरे यहां सवा सौ करोड़ लोग देश चलाते हैं। जबसे मुझे सेवा करने का मौका मिला मैंने प्रयास किया कि जनभागीदारी को बढ़ावा दिया। सभी काम सरकार करेगी इस सोच से हम बाहर निकल चुके हैं। जनभागीदारी से देश तेज गति से प्रगति कर सकता है।
सरकार जनभागीदारी से ही चलती है। प्राकृतिक आपदा आने पर सरकारी तंत्र बेहद छोटा पड़ जाता है। लोग एक-दूसरे की मदद के लिए आगे आते हैं और सारी व्यवस्था लोग खुद बना लेते हैं। हम संघीय व्यवस्था की ताकत को मजबूत कर रहे हैं। डेवलपमेंट और गुड गवर्नेंस का समन्वय होना चाहिए।
भारत के बारे में बाहर महिलाओं को लेकर गृहिणी होती हैं जबकि पशुपालन का बड़ा क्षेत्र महिलाएं संभालती हैं। खेती में भी महिलाओं की बड़ी भागीदारी है। भारत की आर्थिक विकास में महिलाओं की भूमिका अहम है। महिलाओं को विकास की यात्रा में और आगे ले जाना है और विमेन एम्पावरमेंट नहीं बल्कि विमेन लेड डेवलपमेंट पर आना है।
दुनिया के देशों में 12 वीक का मैटरनिटी लीव मिलता है.. भारत ने कानून बनाया और वर्किंग विमेन को 26 वीक का मैटरनिटि लीव दिया जाता है। ये इसलिए कि हम भारत के भविष्य को देखते हैं। लेकिन 6 महीने वह महिला उस बालक की परवरिश करती है जो हमारा आनेवाला कल है। यह एक इन्वेस्टमेंट है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा 26 जनवरी को अतिथि के रूप में आए थे। गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया तो महिला सैनिक थीं। ओबामा ने कहा कि मोदी ये है हिंदुस्तान में। मैंने कहा कि ये तो शुरुआत है। कल देखना। जब परेड की शुरुआत हुई तो उसका नेतृत्व महिला कर रही थी। देश की सुरक्षा भी अब महिलाएं कर रही हैं।
स्पेस टेक्नोलॉजी में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। 104 सैटेलाइट एक साथ छोड़ा। सबसे वजनदार सैटेलाइट भी छोड़ा। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इस काम को करनेवालों में तीन प्रमुख महिलाएं हैं।
देश को आगे बढ़ना चाहिए लेकिन वक्त इतना इंतजार नहीं करता। गति को तेज करना अनिवार्य हो गया है। वो दिन गए जब सरकार एक दो बढ़िया काम करके अपने खाते में उपलब्धियां गिनाती रहती थी। आज एक दिन नया काम करो तो अगले दिन भी नया काम करने की जरूरत है। हमें आधुनिक बनना है। विज्ञान टेक्नोलॉजी में पिछड़ न जाएं इस बात का ध्यान रखना होगा।
जब मैंने पद संभाला तो पता चला कि 18 हजार गांव ऐसे हैं जहां बिजली नहीं पहुंची। ये एक बड़ी चुनौती थी। 1 हजार दिन हुए नहीं लेकिन 13-14 हजार गांव में बिजली पहुंच गई है। बाकी जो गांव हैं उनमें भी बिजली पहुंचा दी जाएगी। ढाई लाख पंचायतों तक डिजिटल व्यवस्था सुचारू रूप से चलाने के लिए फाइवर नेटवर्क बिछाए जा रहे हैं। भारत आगे बढ़े और आधुनिक बने इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है।
क्या तकलीफ है आपको ओसीआई कार्ड निकालने में। केवल 10 फीसदी लोग हैं जिनका ओसीआई कार्ड है। इस 26 जनवरी से पहले इस काम गति लाएं। पुर्तगाल के पीएम ने पब्लिक के बीच ओसीआई कार्ड दिखाकर कहा कि उन्हें गर्व है कि उनके पास यह कार्ड है। ऐसी भावना सभी के अंदर होनी चाहिए। पीएम ने कहा कि डच नागरिकों को पांच साल का बिजनस एवं टूरिस्ट वीजा देने का भारत सरकार सोच रही है