नई दिल्ली: प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी आज अमेरिकी दौरे के लिए रवाना हो रहे हैं। 22 तारीख को उनका मेगा शो हाउडी मोदी है जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप उनके साथ मंच साझा करेंगे। इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब दो ताकतवर देशों के प्रमुख एक मंच पर साथ आएंगे। पीएम मोदी के इस दौरे से जहां दोनों देशों के बीच रिश्ते पहले से और मजबूत होंगे वहीं कारोबार का वादा भी होगा। पीएम मोदी का ये दौरा दुनिया के सामने भारत के बढ़ते कद और भारत की ताकत का एक बहुत बड़ा सबूत भी होगा।
ये दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है जब अमेरिका के राष्ट्रपति के फैसले और बयान दोनों का सीधा असर पाकिस्तान पर पड़ रहा है। वैसे तो न व्हाइट हाऊस पीएम नरेन्द्र मोदी के लिए नया है और न ही ट्रंप के लिए भारतीय समुदाय, हां नया है तो वो है हाउडी मोदी। पाकिस्तान की नजर इस बात पर है कि मोदी-ट्रंप की इस मुलाकात से क्या निकलेगा।
एक दो नहीं, 6 दिन पीएम मोदी अमेरिका में बिताएंगे और जब तक पीएम मोदी अमेरिका में रहेंगे, दुनिया के नेताओं से मिलते रहेंगे। पाकिस्तान की धड़कनें बढ़ती रहेंगी लेकिन जिस पर सबकी नजर है वो है ह्यूस्टन में होने वाले मेगा इवेंट पर। इस इवेंट में पीएम मोदी अमेरिका में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे जिसमें यूएस प्रेसीडेंट डोनल्ड ट्रंप भी मोदी के साथ शामिल होंगे। इसमें 50 से ज्यादा अमेरिकी सीनेटर्स, गवर्नर और बड़े नेता इवेंट में शामिल होंगे।
अमेरिकी इतिहास में ये पहला मौका है जब अमेरिकी राष्ट्रपति किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष के साथ मंच साझा करेंगे। इसके अलावा पीएम मोदी अमेरिकी दौरे में कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे और कई नेताओं से मिलेंगे। 23 सितंबर को पीएम मोदी यूएनएसजी क्लाइमेट एक्शन समिट में हिस्सा लेंगे। इसके बाद आतंकवाद पर चर्चा को लेकर लीडर्स डायलॉग में हिस्सा लेंगे।
24 सितंबर को पीएम मोदी को बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन 'ग्लोबल गोलकीपर अवॉर्ड' से सम्मानित करेगा। 25 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिजनेस फोरम में हिस्सा लेंगे, जिसमें 40 बड़ी कंपनियां हिस्सा लेने वाली है। 26 सितंबर को पीएम मोदी की दुनिया के कई नेताओं से मुलाकात होगी और 27 सितंबर को पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे।
जाहिर है जब पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र के जरिए पूरी दुनिया को संबोधित करेंगे तो वहां वो आतंकवाद और कश्मीर को लेकर पाकिस्तान को जरूर घेरेंगे और जब मोदी आतंकवाद पर बोलेंगे तो इसकी गूंज पाकिस्तान में जरूर सुनाई देगी। भारत में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर जब मोदी और ट्रंप के बीच बातचीत होगी तो बड़ा हल जरुर निकलेगा क्योंकि पीएम के पहुंचने से पहले ही भारत को एक बड़ी कूटनीतिक कामयाबी मिल गई है।
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