नई दिल्ली: शुक्रवार को लंबे समय के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठतम नेता लालकृष्ण आडवाणी एक साथ नजर आए, मौका था सोमनाथ मंदिर से जुड़ी परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास का। प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली से परियोजनाओं का शिलान्यास तथा उद्घाटन किया और दिल्ली से ही लालकृष्ण आडवाणी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस कार्यक्रम से जुड़े थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब कार्यक्रम में बोलना शुरू किया तो सबसे पहले भगवान सोमनाथ को प्रणाम किया और उसके बाद संबोधन में सबसे पहले लालकृष्ण आडवाणी का नाम लेते हुए उन्हें सम्मान दिया। उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने गृहमंत्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी तथा कार्यक्रम में जुड़े अन्य लोगों का नाम लिया। लालकृष्ण आडवाणी के बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वे हम सभी के श्रद्धेय हैं।
बता दें कि लालकृष्ण आडवाणी की गिनती देश के कद्दावर नेताओं में होती है और भारतीय जनता पार्टी को देश की सबसे बड़ी पार्टी बनाने में उनका अहम योगदान माना जाता है, लेकिन वृद्ध होने की वजह से लंबे समय से वे सक्रिय राजनीति से दूर हो चुके हैं। फिलहाल उनकी आयु 93 वर्ष है। ज्यादा आयु होने की वजह से वे अधिकतर सार्वजनिक कार्यक्रमों से भी दूर रहते हैं लेकिन शुक्रवार को सोमनाथ मंदिर से जुड़े कार्यक्रम में उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
सोमनाथ मंदिर की परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास के बाद पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, मैं इस पवित्र अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ रहा हूं लेकिन मन से मैं स्वंय को भगवान सोमनाथ के चरणों में ही अनुभव कर रहा हूं। मेरा सौभाग्य है कि सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष के रूप में मुझे इस पुण्य स्थान की सेवा का मौका मिला है। आज मुझे समुद्र दर्शन पथ, सोमनाथ प्रदर्शन गैलरी और जीर्णोद्धार के बाद नए स्वरूप में जूना सोमनाथ मंदिर के लोकार्पण का सौभाग्य मिला है। साथ ही आज पार्वती माता मंदिर का शिलान्यास भी हुआ है, साथ में सावन का पवित्र महीना, यह हम सबके लिए भगवान सोमनाथ के आशीर्वाद की ही सिद्धी है।
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