पीएम मोदी ने किया युवा वैज्ञानिकों से आग्रह, कोरोना की वैक्सीन बनाने का बीड़ा उठाएं
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरी निष्ठा के साथ 3 मई तक लॉकडाउन के नियमों का पालन करें, जहां हैं, वहां रहें, सुरक्षित रहें।
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर देश में लॉकडाउन के दूसरे चरण की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवा वैज्ञानिकों से आग्रह किया है और देश की जनता से साथ मांगा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरी निष्ठा के साथ 3 मई तक लॉकडाउन के नियमों का पालन करें, जहां हैं, वहां रहें, सुरक्षित रहें। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत के पास भले सीमित संसाधन हों, लेकिन मेरा भारत के युवा वैज्ञानिकों से विशेष आग्रह है कि विश्व कल्याण के लिए, मानव कल्याण के लिए, आगे आएं, कोरोना की वैक्सीन बनाने का बीड़ा उठाएं।
पीएम मोदी ने कहा कि हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर भी हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। हां जनवरी में हमारे पास कोरोना की जांच के लिए सिर्फ एक लैब थी, वहीं अब 220 से अधिक लैब्स में टेस्टिंग का काम हो रहा है। भारत में आज हम एक लाख से अधिक बेड्स की व्यवस्था कर चुके हैं। इतना ही नहीं 600 से भी अधिक ऐसे अस्पताल हैं, जो सिर्फ कोविड-19 के इलाज के लिए काम कर रहे हैं। इन सुविधाओं को और तेजी से बढ़ाया जा रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि हम धैर्य बनाकर रखेंगे, नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को भी परास्त कर पाएंगे। इसी विश्वास के साथ मैं आज 7 बातों में आपका साथ मांग रहा हूं।
पहली बात- अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें, विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी हमें अतिरिक्त देखरेख करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है।
दूसरी बात- लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें, घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें।
तीसरी बात- अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, गर्म पानी, काढ़ा, इनका निरंतर सेवन करें।
चौथी बात- कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल एप जरूर डाउनलोड करें। दूसरों को भी इस एप को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें।
पांचवी बात- जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें,उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें।
छठी बात- आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करने वाले लोगों के प्रति संवेदना रखें, किसी को नौकरी से न निकालें।
सातवीं बात- देश के कोरोना योद्धाओं, हमारे डॉक्टर, नर्सेस, सफाई कर्मी, पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें।