नई दिल्ली: वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु ने मंगलवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) को संबोधित करेंगे। वह 1997 के बाद इस प्रतिष्ठित वैश्विक व्यापारिक सम्मेलन के पूर्ण सत्र को संबोधित करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक, डब्ल्यूईएफ 2018 का आयोजन 23 से 26 जनवरी तक होगा। इसमें साठ देशों के शीर्ष नेता व विश्व की प्रमुख कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हिस्सा लेंगे।
प्रभु ने यहां मीडिया से कहा, "प्रधानमंत्री पहली बार डब्ल्यूईएफ में शिरकत करने जा रहे हैं, एक ऐसे समय में जब पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा है।" उन्होंने कहा, "डब्ल्यूईएफ विश्व के व्यापारिक नेताओं और बैंकरों का सर्वाधिक महत्वपूर्ण सम्मेलन है..एक तरह से यह फैसले लेने का एक वैश्विक मंच है। बीते साल चीन के राष्ट्रपति के यहां आने की काफी चर्चा हुई थी।"
वाणिज्य मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के मुताबिक, मोदी 23 जनवरी को डब्ल्यूईएफ के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे। इसके अलावा कई भारतीय मंत्री महत्वपूर्ण सामूहिक चर्चाओं में हिस्सा लेंगे। इनमें प्रभु के अलावा वित्त मंत्री अरुण जेटली, रेल मंत्री पीयूष गोयल, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह और विदेश राज्य मंत्री एम.जे.अकबर शामिल हैं।
प्रभु ने बताया कि इनके साथ आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू व देवेंद्र फडणवीस भी सम्मेलन में शामिल होंगे। औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग के सचिव रमेश अभिषेक ने बताया कि मोदी दावोस में इंटरनेशनल बिजनेस कौंसिल में शीर्ष व्यापारिक नेताओं से मुलाकात करेंगे। इस कौंसिल में खास बहुराष्ट्रीय कंपनियों के 120 शीर्ष अधिकारी शामिल हैं।
मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप पिछले साल दो बार मिल चुके हैं। एक बार वॉशिंगटन डीसी में और दूसरी बार आसियान बैठक के दौरान। दावोस एक बार फिर दोनों नेताओं की मुलाकात का एक मंच हो सकता है। इस मुलाकात में दोनों देश के नेता एक-दूसरे के बीच के आर्थिक संबंधों की कई गुत्थियों को लेकर चर्चा कर सकते हैं।
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