पाकिस्तान ने मोदी के सामने टेके घुटने, इमरान खान की छटपटाहट की इनसाइड स्टोरी
पीएम मोदी के दोबारा सत्ता में वापसी के बाद से ही पाकिस्तान लगातार भारत से बातचीत की कोशिश में जुटा है लेकिन भारत ने साफ कहा है कि जबतक पाकिस्तान आतंकियों पर कार्रवाई नहीं करता तबतक बातचीत नहीं हो सकता।
नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर एक बार फिर से बातचीत करने की पेशकश की है। इमरान खान ने एससीओ समिट से पहले मोदी को चिट्ठी लिखी है और कहा है कि पाकिस्तान कश्मीर समेत सभी मुद्दों पर बातचीत के लिए तैयार है। इमरान खान ने कहा है कि क्षेत्रीय विकास के लिए जरूरी है कि साथ मिलकर काम किया जाए। इमरान खान ने पीएम मोदी को इस बात का भरोसा दिया है कि पाकिस्तान कश्मीर समेत सभी समस्याओं का समाधान चाहता है।
पीएम मोदी के दोबारा सत्ता में वापसी के बाद से ही पाकिस्तान लगातार भारत से बातचीत की कोशिश में जुटा है लेकिन भारत ने साफ कहा है कि जबतक पाकिस्तान आतंकियों पर कार्रवाई नहीं करता तबतक बातचीत नहीं हो सकता। विदेश मंत्रालय ने ये भी साफ कहा है कि एससीओ समिट के दौरान भी भारत-पाकिस्तान में कोई द्वीपक्षीय बातचीत नहीं होगी। दरअसल पीएम मोदी की कूटनीतिक दवाब ने पाकिस्तान को दुनियाभर में अलग-थलग कर दिया है। यही वजह है कि तंगहाली के कगार पर खड़ा पाकिस्तान गिड़गिड़ा रहा है।
मोदी को पीएम पद की शपथ लिए हफ्ता भर ही बिता है लेकिन परेशान पाकिस्तान को अभी से ही तारे नजर आने लगे हैं। तभी तो वो भारत के साथ बातचीत करने के लिए मिन्नतें कर रहा है। भारत की अनदेखी से पाकिस्तान घुटने पर आ चुका है और किसी भी तरह बिगड़े हुए माहौल को अपने पक्ष में करने की कोशिश में जुटा है। बड़ी बात ये है कि इस कवायद में पाकिस्तान के मंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक सब लगे हैं। क्रिकेटर से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने इमरान खान ने पीएम मोदी को इस बारे में एक चिट्ठी लिखी है।
पहले हर बात पर गिदड़भभकी देने वाले पाकिस्तान ने अब भारत के दवाब में अचानक ही 360 डिग्री की पलटी नहीं मारी है। ये मोदी का डर है जिसने पाकिस्तान को बैकफुट पर ला खड़ा किया है। पाकिस्तान के नापाक इरादों और बयानों को देखते हुए पीएम मोदी ने अपनी चुनावी रैलियों में पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया था। ये उसी संदेश का असर है कि पाकिस्तान अब अपने असल स्थान पर पहुंच गया है। तबाही के कगार पर खड़ा पाकिस्तान अब संबंधों को बेहतर बनाने की दुहाई दे रहा है।
13-14 जून को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में SCO समिट होनी है। प्रधानमंत्री मोदी SCO समिट में शामिल होने किर्गिस्तान जाएंगे जहां पाकिस्तान के वजीरे आजम इमरान खान भी पहुंचेंगे। पाकिस्तान को आखिरी उम्मीद किर्गिस्तान से ही बची थी कि किसी तरह से नरेंद्र मोदी से मुलाकात हो जाए लेकिन भारत ने साफ कर दिया है कि बिश्केक में शंघाई सहयोग संगठन यानी SCO के शिखर सम्मेलन से अलग दोनों नेताओं के बीच कोई द्वीपक्षीय बातचीत नहीं होगी।
पीएम मोदी से मुलाकात का माहौल बनाने के लिए इमरान खान ने अपने विदेश सचिव सोहेल महमूद को भारत भेजा था लेकिन इमरान की ये चाल भी धरी की धरी रह गई और भारतीय विदेश मंत्रालय ने उन्हें खाली हाथ वापस भेज दिया। ये वही पाकिस्तान है जो अबतक मुट्ठीभर आतंकियों के दम पर भारत को तबाह करने का मंसूबा पाले बैठा था लेकिन जब से पीएम मोदी ने सत्ता में दोबारा वापसी की है उसके सुर बदल गए हैं। पीएम मोदी ने पाकिस्तान की तमाम सोच को खोखला साबित कर दिया है।