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Hindi News भारत राष्ट्रीय PM मोदी के 'मन की बात' की अगली कड़ी 30 जुलाई को

PM मोदी के 'मन की बात' की अगली कड़ी 30 जुलाई को

मायजीओवी फोरम पर जारी एक सरकारी बयान के अनुसार, हर माह की तरह मोदी उन विषयों और विचारों पर अपने विचार साझा करने के लिए तत्पर हैं, जो लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह 'मन की बात' का 34वां संस्करण होगा। बयान में भी लोगों से मोदी के लिए अपने संदेश को हिं

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को लोगों से 30 जुलाई को होने वाले रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' की अगली कड़ी के लिए सुझाव मांगे हैं। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, "इस माह 'मन की बात' कार्यक्रम अगले रविवार को होगा। इसके लिए अपने विचारों को एनएम मोबाइल एप पर साझा करें। कार्यक्रम के लिए आपने सुझाव मायजीओवी ओपन फोरम या फिर अपनी आवाज में रिकॉर्ड कर 1800-11-7800 पर भेज सकते हैं।" ये भी पढ़ें: दलालों के चक्कर में न पड़ें 60 रुपए में बन जाता है ड्राइविंग लाइसेंस

मायजीओवी फोरम पर जारी एक सरकारी बयान के अनुसार, हर माह की तरह मोदी उन विषयों और विचारों पर अपने विचार साझा करने के लिए तत्पर हैं, जो लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह 'मन की बात' का 34वां संस्करण होगा। बयान में भी लोगों से मोदी के लिए अपने संदेश को हिंदी या अंग्रेजी में रिकॉर्ड करने का आग्रह किया गया हैं। रिकॉर्ड किए गए कुछ संदेश प्रसारण का हिस्सा भी बन सकते हैं।

PM मोदी के 'मन की बात' से AIR ने 2 साल में कमाए ₹10 करोड़

ऑल इंडिया रेडियो के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मन की बात प्रोग्राम खासा फायदेमंद साबित हो रहा है। आकाशवाणी ने पिछले दो साल के भीतर इस कार्यक्रम के माध्यम से 10 करोड़ रुपये की कमाई अर्जित की है। सूचना और प्रसारण राज्‍यमंत्री कर्नल राज्‍यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने लोकसभा में लिखित उत्‍तर में इस बात की जानकारी दी। उन्होंने सदन को बताया कि साल 2016-17 में इस कार्यक्रम के माध्यम से रेडियो को 5।19 करोड़ और उससे पहले साल 4।78 करोड़ का राजस्व हासिल किया।

राठौड़ ने बताया कि प्रत्येक महीने का आखिरी रविवार को प्रसारित होने वाले मन की बात कार्यक्रम का 18 क्षेत्रीय भाषाओं में प्रसारण किया जाता है। अब इसको अंग्रेजी और  संस्कृत में भी प्रसारित किया जाने लगा है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम से रेडियो के दिन फिर से सुधरने लगे हैं। इंटरनेट और शॉर्ट वेब ट्रांसमीटर के माध्यम से यह कार्यक्रम विदेशों में भी लोकप्रिय हो रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम को 3 अक्टूबर, 2014 को शुरू किया था। इसके अलावा सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री ने बताया कि आकाशवाणी के लिए समाचार एजेंसी पीटीआई और यूएनआई की सेवाएं बंद करने की कोई योजना नहीं है। आकाशवाणी का समाचार सेवा प्रभाग इस समय पीटीआई और यूएनआई समाचार एजेंसियों की सेवाएं ले रहा है। प्रयोग के तौर पर हिन्‍दुस्‍तान समाचार की नि:शुल्‍क सेवाएं भी ली जा रही हैं।

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