नई दिल्ली। राम मंदिर के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली प्रतिक्रिया आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि न्याय के मंदिर ने दशकों पुराने मामले का सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से शांति, सदभाव और एकता बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नमहीं देखा जाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट संदेश में यह प्रतिक्रिया दी है।
पीएम मोदी ने ट्वीट संदेश में लिखा ''देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें।''
प्रधानमंत्री मोदी ने अगले ट्वीट में लिखा ''सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कई वजहों से महत्वपूर्ण है: यह बताता है कि किसी विवाद को सुलझाने में कानूनी प्रक्रिया का पालन कितना अहम है। हर पक्ष को अपनी-अपनी दलील रखने के लिए पर्याप्त समय और अवसर दिया गया। न्याय के मंदिर ने दशकों पुराने मामले का सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान कर दिया।''
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरे ट्वीट में लिखा ''यह फैसला न्यायिक प्रक्रियाओं में जन सामान्य के विश्वास को और मजबूत करेगा। हमारे देश की हजारों साल पुरानी भाईचारे की भावना के अनुरूप हम 130 करोड़ भारतीयों को शांति और संयम का परिचय देना है। भारत के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अंतर्निहित भावना का परिचय देना है।''
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