नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी त्योहारों, ठंड के मौसम और अर्थव्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर बृहस्पतिवार को कोविड-19 से निपटने के लिए लोगों के समुचित व्यवहार के बारे में ट्विटर पर एक ‘‘जन आंदोलन’’ की शुरुआत की। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट कर लोगों से आग्रह किया कि जब तक कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए कोई टीका नहीं बन जाता तब तक उन्हें हर सावधानी बरतनी है और तनिक भी ढिलाई नहीं करनी है। उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना वायरस से बचें। हाथ धोएं बार-बार। सही से मास्क पहनें। निभाएं दो गज की दूरी। जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं।’’
मोदी ने कोरोना वायरस से बचाव संबंधी संदेशों के साथ तस्वीरें भी साझा कीं। इनमें वह खुद गमछा लपेटे हुए हैं और हाथे जोड़कर लोगों से बचाव का आग्रह करते दिख रहे हैं। अभियान को धार देने के लिए उन्होंने ‘‘यूनाइट टू फाइट कोरोना’’ हैशटैग का भी उपयोग किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम सब मिलकर कोरोना वायरस के खिलाफ सफलता हासिल करेंगे और इस लड़ाई को जीतेंगे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई लोगों द्वारा लड़ी जा रही है जिसे कोरोना योद्धाओं से मजबूती मिली है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सामूहिक प्रयासों ने कई जिंदगियां बचाने में मदद की है। हमें इस गति को बरकरार रखना है और इस वायरस से नागरिकों की रक्षा करनी है।’’ मालूम हो कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने बुधवार को घोषणा की थी कि प्रधानमंत्री मोदी कोविड-19 से निपटने के लिए समुचित व्यवहार के बारे में बृहस्पतिवार को ट्विटर पर ‘‘जन आंदोलन’’ अभियान शुरू करेंगे।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि कोरोना से बचाव का एकमात्र हथियार मास्क पहनना, सामाजिक दूरी का पालन करना और लगातार हाथ धोना है। उन्होंने कहा कि इसी सिद्धांत का पालन करते हुए सार्वजनिक स्थानों पर इन उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के अभियान को शुरू किया जाएगा। गौरतलब है कि बुधवार रात तक जारी आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 68 लाख के पार चली गयी।
इनपुट-भाषा
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