पीएम मोदी पांच नवंबर को केदारनाथ जाएंगे,400 करोड़ रुपये से ज्यादा की योजनाओं का करेंगे लोकार्पण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने इस दौरे में 400 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत वाली परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करने के साथ ही आदि शंकराचार्य की मूर्ति का अनावरण भी करेंगे।
देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच नवंबर को केदारनाथ धाम जाएंगे जहां वह 400 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत वाली परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री का यह दौरा शीतकाल के लिए मंदिर के कपाट बंद होने से एक दिन पहले हो रहा है। केदारनाथ धाम के कपाट हर साल दीवाली के दो दिन बाद भैया दूज के पावन पर्व पर श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाते हैं जो अगले साल फिर अप्रैल—मई में खोले जाते हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने दौरे में करीब 400 करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में भव्य केदारपुरी का निर्माण हो रहा है और अपने इस दौरे में वह आदि शंकराचार्य की मूर्ति का अनावरण भी करेंगे।
प्रधानमंत्री ने पूर्वांचल की धरती से दीं स्वास्थ्य क्षेत्र की बड़ी सौगातें
उधर, सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वांचल की धरती से उत्तर प्रदेश और देश को स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी बड़ी सौगातें दीं। प्रधानमंत्री ने ‘बुद्ध की नगरी’ सिद्धार्थनगर से राज्य के नौ जिलों में स्थापित मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण किया। वहीं, अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी से देश के ग्रामीण और दूरदराज इलाकों तक बेहतर स्वास्थ्य सेवा ढांचा तैयार करने के मकसद से तैयार किए गए 'पीएम आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन' को राष्ट्र को समर्पित किया। साथ ही उन्होंने काशी के लिए 5189 करोड़ रुपए से अधिक की 28 विभिन्न विकास परियोजनाओं का भी लोकार्पण किया।
‘क्रिटिकल हेल्थ केयर नेटवर्क’ को सशक्त किया जाएगा-पीएम मोदी
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि यह मिशन पूरे देश में स्वास्थ्य के मूलभूत ढांचे को ताकत देने और भविष्य में महामारियों से बचाव की उच्च स्तरीय तैयारी का हिस्सा है। इस 64180 करोड़ रुपए के प्रावधान वाले मिशन से गांव और विकासखंड स्तर तक की स्वास्थ्य प्रणाली में आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता आएगी। उन्होंने कहा कि इस मिशन के तहत लक्ष्य यह है कि आने वाले चार-पांच सालों में देश के गांव से लेकर ब्लॉक, जिला, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर तक ‘क्रिटिकल हेल्थ केयर नेटवर्क’ को सशक्त किया जाए। इसके तीन बड़े पहलू हैं। पहला, बीमारी का पता लगाने और उसके इलाज के लिए विस्तृत सुविधाओं के निर्माण से जुड़ा है। दूसरा, रोगों की जांच के लिए टेस्टिंग नेटवर्क से संबंधित है और तीसरा देश में मौजूद प्रयोगशालाओं को और बेहतर बनाने से जुड़ा है। इस मिशन के माध्यम से देश के कोने-कोने में इलाज से लेकर क्रिटिकल रिसर्च एक पूरा इको सिस्टम विकसित किया जा रहा है।
पिछली सरकारों ने पूर्वांचल की छवि खराब की-पीएम मोदी
सिद्धार्थनगर और वाराणसी दोनों ही जगह के कार्यक्रम में विपक्ष भी प्रधानमंत्री के निशाने पर रहा। इस दौरान मोदी ने केंद्र और प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों पर स्वास्थ्य क्षेत्र के विकास की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए उन पर इसे भ्रष्टाचार और घोटालों का जरिया बना देने का भी इल्जाम लगाया। सिद्धार्थनगर में नौ मेडिकल कॉलेजों के लोकार्पण के मौके पर उन्होंने खासकर मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए कहा, “पिछली सरकारों ने पूर्वांचल की छवि खराब कर दी थी। दूसरी तरफ गरीबों के करोड़ों रुपए लूटने वाली भ्रष्टाचार की साइकिल 24 घंटे अलग से चलती रहती थी। इस पूरे खेल में उत्तर प्रदेश के कुछ परिवारवादियों का खूब भला हुआ। भ्रष्टाचार की साइकिल तो खूब चली लेकिन इसमें पूर्वांचल और उत्तर प्रदेश का गरीब और सामान्य परिवार पिसता चला गया।”
इनपुट-भाषा