PM मोदी का ममता के महामोर्चे पर वार, कहा- भ्रष्टाचार और घोटालों के बंधन ने अभी से ढूंढ़ा हार का बहाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नमो एप के जरिए महाराष्ट्र और गोवा के भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ संवाद किया। अपने इस संवाद के दौरान प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं में जोश भरने के साथ ही विपक्ष पर जमकर निशाना साधा।
IndiaTV Hindi Desk Jan 20, 2019, 17:18:39 IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नमो एप के जरिए महाराष्ट्र और गोवा के भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ संवाद किया। अपने इस संवाद के दौरान प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं में जोश भरने के साथ ही विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने शनिवार को कोलकाता में हुई महागठबंधन की रैली पर प्रहार करते हुए कहा कि ये महागठबंधन एक अनोखा बंधन है। ये बंधन नामदारों का बंधन है। ये बंधन भाई-भतीजेवाद का बंधन है। ये बंधन भ्रष्टाचार और घोटालों का बंधन है। ये बंधन नकारत्मकता का बंधन है। ये बंधन अस्थिरता और असमानता का बंधन है। उन्होंने कहा कि 2019 में हार को सामने खड़ी देख अब विपक्षी दल फिर से बहाना तैयार करने लगे हैं। ईवीएम को खलनायक बना रहे हैं। वे आम लोगों को मूर्ख समझते हैं और इसीलिए अपने रंग बदल रहे हैं।
जानिए पीएम मोदी ने क्या कहा
- 2022 तक उनकी आमदनी दोगुनी हो, इसके लिए भाजपा की सरकार में बीज से बाजार तक फैसले लिए जा रहे हैं। फसल चक्र के हर चरण के दौरान किसानों को सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है
- पूरे कृषि तंत्र को किसानों के लिए हितकारी बनाने का काम हो रहा है। इसके लिए हमारी केंद्र और राज्य सरकार दोनों मिलकर काम कर रही है। इसी का परिणाम है कि हमारे महाराष्ट्र की कृषि आज बदल रही है, संवर रही है।
- पहले की सरकारें 60-65 साल में महाराष्ट्र में मात्र 32 लाख हेक्टेयर जमीन को सिंचाई के दायरे में ला पाई थी। लेकिन, पिछले तीन साल में ही यह दायरा 32 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 40 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है
- जो लोग आरक्षण में 8 लाख रुपये लिमिट की बात कर रहें है, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि आयकर देने की लिमिट जो 2.50 लाख रुपये है वह व्यक्तिगत आय पर है, जबकि आरक्षण की लिमिट पूरे परिवार के लिए तय की गयी है।
- जब जनता के व्यापक हित में हमने ऐसा ऐतिहासिक फैसला लिया है, तो पॉलिटिकल पार्टियों का विरोध या फिर उनकी ऐसी चालें स्वाभाविक हैं।
- जो लोग मुझे कहते हैं कि मैंने ये फैसला चुनाव के लिए किया, तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि देश में चुनाव कब नहीं होते? इससे पहले ये फैसला करता, तो लोग बोलते कि पाँच राज्यों के चुनाव में फायदे के लिए किया। उससे पहले करता, तो कहते कि कर्नाटक चुनाव के लिए किया।
- ये महागठबंधन एक अनोखा बंधन है। ये बंधन नामदारों का बंधन है। ये बंधन भाई-भतीजेवाद का बंधन है। ये बंधन भ्रष्टाचार और घोटालों का बंधन है। ये बंधन नकारत्मकता का बंधन है। ये बंधन अस्थिरता और असमानता का बंधन है।
- जिन लोगों की खुद की पार्टी में लोकतंत्र का नामो निशान नहीं है, वो आज लोकतंत्र के नाम पर देश को गुमराह कर रहे हैं।
- जिस मंच से ये लोग देश और लोकतंत्र बचाने की बात कह रहे थे, उसी मंच पर एक नेता ने बोफोर्स घोटाले की याद दिला दी। आखिर सच्चाई छुपती कहां है।
- कार्यकर्ताओं के संघर्ष, पार्टी और देश को आगे ले जाने के लिए रात दिन एक करने की तैयारी देख कर बहुत संतोष होता है।
- कार्यकर्ताओं के संघर्ष, पार्टी और देश को आगे ले जाने के लिए रात दिन एक करने की तैयारी देख कर बहुत संतोष होता है।
- कई स्थान ऐसे थे जहाँ हमारी पार्टी की उपस्थिति बहुत कम है तो कई ऐसे भी स्थान थे जहाँ MP, MLA, कोरपोरेटर सभी भाजपा के ही है। पर सभी जगह जो बात common थी वो है - भाजपा के कार्यकर्ताओं का जज़्बा, ईमानदारी, महनत और मज़बूती के साथ खड़े रहने की ताक़त।
- भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता चाहे नया हो या पुराना, उसे लेकर लोगों में एक अच्छी छाप होती है, लोगों से उसका एक जुड़ाव होता है। लोगों को उस पर भरोसा होता है की यह सुख -दुःख में काम आने वाला व्यक्ति है। देश और समाज की चिंता करने वाला व्यक्ति है।
- ये कार्यकर्ता ही हैं, जिनकी मेहनत से इतने कम समय में भाजपा 2 से 282 सीट तक पहुंची।
- महाराष्ट्र के कार्यकर्ताओं की बात करूं तो उन्होंने पिछले 4-5 साल में बहुत मेहनत की है।
- हमारे कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के लोगों का विश्वास जीतने का अभूतपूर्व कार्य किया है, जिससे यहां भाजपा का इतना अधिक विस्तार हुआ है।
- उन्होंने एक-दूसरे के साथ गठबंधन किया है। हमने सवा सौ करोड़ देशवासियों के साथ गठबंधन किया है