भारत में 1 अरब से ज्यादा मोबाइल फोन उपभोक्ता, कोरोना टीकाकरण में होगा प्रोद्योगिकी का इस्तेमाल: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि दूरसंचार क्षेत्र ने दुनिया को यह दिखा दिया है कि तकनीक का जीवन को बेहतर बनाने के लिये किस प्रकार बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को तीन दिवसीय इंडिया मोबाइल कांग्रेस का उद्घाटन किया और निवेशकों को भारत में तेजी से बड़ेते दूरसंचार प्रौद्योगिकी एवं सेवा क्षेत्र में उभरती संभावओं की और उन्हें आकर्षित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मोबाइल तकनीक के इस्तेमाल से विभिन्न कार्यों में पारदर्शिता को बढ़ावा मिला है। प्रधानमंत्री ने दूरसंचार क्षेत्र से जुड़े देश विदेश के उद्योगपतियों और निवेशकों को संबोधित करते हुये कहा कि भारत में आज एक अरब से अधिक मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वाले लोग हैं और भारत इस क्षेत्र में दुनिया का बड़ा केन्द्र बनता जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस में कहा, भारत में मोबाइल दरें सबसे कम। हमारा देश सबसे तेजी से बढ़ता ऐप बाजार। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत मोबाइल विनिर्माण क्षेत्र के रूप में सबसे पसंदीदा जगह बन रहा है। उन्होंने कहा कि देश के सभी गांवों को तीन साल में उच्च-गति की फाइबर ऑप्टिक डेटा कनेक्टिविटी से जोड़ जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दूरसंचार क्षेत्र ने दुनिया को यह दिखा दिया है कि तकनीक का जीवन को बेहतर बनाने के लिये किस प्रकार बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि डिजिटल तकनीक के बढ़ते इस्तेमाल से जीवन से जुड़े विभिन्न कार्यों में पारदर्शिता को बढ़ावा मिला है। इस कांग्रेस में देश विदेश के सैकड़ों निवेशक और उद्योगपतियों भाग ले रहे हैं। यह दक्षिण एशिया में दूरसंचार सेवा एवं उद्योग का सबसे बड़ा सम्मेलन बताया जा रहा है । इसका आयोजन मोबाइल दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के मंच सीओएआई ने दूरसंचार विभाग के साथ मिल कर किया है।
कोरोना वायरस महामारी पर काबू पाने के लिये टीका जल्द ही उपलब्ध होने की बढ़ती संभावनाओं के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि कोविड- 19 टीकाकरण अभियान में मोबाइल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जायेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने तीन दिन तक चलने वाली मोबाइल इंडिया कांग्रेस का उद्घाटन करते हुये कहा कि मोबाइल प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से अरबों डालर के लाभ को उनके सही लाभार्थियों तक पहुंचाने में सफलता मिली है। कोरोना वायरस महामारी के दौरान भी इस तकनीक से गरीबों और समाज के वंचित तबकों तक मदद पहुंचाने में काफी सहारा मिला है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मोबाइल प्रौद्योगिकी की मदद से ही हम दुनिया के सबसे बड़े कोविड-19 टीकाकरण की दिशा में आगे बढ़ेगें।’’ हालांकि, उन्होंने इस बारे में अधिक ब्यौरा नहीं दिया। देश में तीन प्रमुख कंपनियों --फाइजर, एस्ट्राजेनेका और भारत बायोटेक-- ने कोविड- 19 के आपातकालिक प्रयोग की अनुमति मांगी है। इन कंपनियों के अपने टीके के इस्तेमाल के बारे में आवेदन किये जाने के साथ उम्मीद है कि देश में जल्द ही बड़े पैमाने पर टीकाकरण की शुरुआत हो सकती है। देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 95 लाख से अधिक है। हालांकि, इसमें से 91 लाख से अधिक लोग ठीक भी हो चुके हैं।
इनपुट-भाषा