कैराना उपचुनाव: एक बार फिर पीएम मोदी के सहारे बीजेपी, चुनाव से एक दिन पहले बागपत में करेंगे जनसभा
मतदान से एक दिन पहले पीएम मोदी बागपत में 135 किलोमीटर लंबे दिल्ली-मेरठ ईस्टर्न पेरीफेरल एक्प्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे। इस तरह पार्टी ने एक तीर से दो निशाने लगाने की योजना बनाई है।
नई दिल्ली: कर्नाटक चुनाव के बाद अब पूरे देश की निगाहें उत्तर प्रदेश के कैराना और नूरपुर में जल्द होने जा रहे लोकसभा उपचुनाव पर टिक गई हैं। 2014 के बाद से ही बीजेपी लोकसभा उपचुनाव में खराब प्रदर्शन करती आ रही है। पार्टी अब तक नौ लोकसभा उपचुनाव हार चुकी है। उत्तर प्रदेश में ही इससे पहले गोरखपुर और फूलपुर में पार्टी को करारी हार का मुंह देखना पड़ा है। उत्तर प्रदेश में सपा बसपा के साथ आने के बाद पहले से ही मुश्किलों का सामना कर रही बीजेपी के लिए कैराना की लड़ाई बेहद मुश्किल होने जा रही है। कैराना में 28 मई को मतदान होना है। बीजेपी का सामना करने के लिए पूरा विपक्ष एक साथ नजर आ रहा है। अजीत सिंह का पार्टी आरएलडी ने अखिलेश यादव के साथ समझौते के तहत सपा की उम्मीदवार तबस्सुम बेगम को लोकदल के चुनाव चिन्ह से इस सीट पर उतारा है। सपा-आरएलडी के अलावा तबस्सुम बेगम को कांग्रेस और बीएसपी का भी सर्मथन प्राप्त है। कैराना और नूरपुर राज्य में बीजेपी के लिए बेहद अहम लड़ाई हो गई है।
बीजेपी एमपी हुक्म सिंह के इस साल फरवरी में हुए देहांत के बाद ये सीट खाली हुई है। बीजेपी ने इस सीट पर हुक्म सिंह की ही बेटी मृगांका सिंह को पार्टी उम्मीदवार बनाया है। फूलपुर और गोरखपुर की हार से सबक लेते हुए राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार इस सीट पर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। पार्टी ना सिर्फ कई राज्य स्तर के सीनियर नेताओं को उपचुनाव पर मोर्चे पर लगाने जा रही है बल्कि स्वयं प्रधानमंत्री मोदी 27 मई को बागपत में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी बागपत में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्प्रेस-वे का उद्घाटन करने आ रहे हैं। 10 मई को सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के बाद इस 135 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे को हर हाल में 1 जुन से पहले जनता के लिए ओपन करना था। ऐसे में सरकार ने 27 मई को बागपत में पीएम मोदी की हाथों इसका उद्घाटन कराने का फैसला लिया है। इस तरह पार्टी एक तीर से दो निशाने लगाने जा रही है। जहां एक तरफ 1 जून से पहले एक्सप्रेस वे का उद्घाटन पीएम मोदी के द्वारा हो जाएगा तो वहीं 28 मई को उपचुनाव से पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पीएम मोदी की एक बड़ी जनसभा भी हो जाएगी जो चुनाव से पहले पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने में मददगार साबित हो सकती है।
बीजेपी जहां अपनी जीत के लिए एक बार फिर पीएम मोदी पर निर्भर है तो वहीं विपक्ष जीत के लिए विपक्षी एकता को अपनी ताकत बता रहा है। कैराना सीट पर 17 लाख वोटर्स हैं। जिनमें तीन लाख मुस्लिम, चार लाख पिछड़ा वर्ग से( जाट, गुर्जर, सैनी, कश्यप, प्रजापती तथा अन्य शामिल हैं।) वहीं इस सीट पर करीब 1.5 लाख दलित वोटर्स भी हैं। साल 2014 में बीजेपी उम्मीदवार हुक्म सिंह ने इस सीट पर 5 लाख 65 हजार वोट प्राप्त किए थे वहीं दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी के नाहिद हसन रहे थे जिन्हें 3 लाख 29 हजार वोट प्राप्त हुए थे। वहीं नूरपूर की बात करें तो वहां बीजेपी ने विधायक लोकेंद्र चौहान की पत्नी अवनी सिंह को उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी की तरफ से उपचुनाव में पीएम मोदी की अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा स्वयं कैराना में जनसभा को संबोधित करेंगे।