Coronavirus: PM मोदी ने बताया कोरोना का मतलब, कहा- "कोई रोड पर ना निकले"
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को 21 दिनों के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा करते सोशल मीडिया पर चल रहे कोरोना के मतलब का भी जिक्र किया।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को 21 दिनों के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा करते सोशल मीडिया पर चल रहे कोरोना के मतलब का भी जिक्र किया। उन्होंने एक बैनर दिखाते हुए कहा कि जो लोग घर पर हैं वह क्रिएटिव तरीके से इसके बारे में बता रहे हैं। उन्होंने एक बैनर दिखाया, जिसपर लिखा था- "को- कोई, रो- रोड पर, ना- ना निकले"। यह बैनर दिखाते हुए उन्होंने कहा कि "एक बैनर, जो मुझे भी पसंद आया, मैं आपको भी, यह बहुत कम शब्दों में संदेश दिखाना चाहता हूं। कोरोना यानि कोई रोड पर ना निकले।"
इसके अलावा पीएम मोदी ने देश को अपने संबोधन में लॉकडाउन का ऐलान करने हुए कहा ‘‘आज रात 12 बजे से पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन होने जा रहा है। ’’ उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान को बचाने के लिए, हिंदुस्तान के हर नागरिक को बचाने के लिए आज रात 12 बजे से, घरों से बाहर निकलने पर, पूरी तरह पाबंदी लगाई जा रही है मोदी ने कहा, ‘‘देश के हर राज्य को, हर केंद्र शासित प्रदेश को, हर जिले, हर गांव, हर कस्बे, हर गली-मोहल्ले को अब लॉकडाउन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इस लॉकडाउन की एक आर्थिक कीमत देश को उठानी पड़ेगी। मोदी ने कहा, ‘‘लेकिन एक-एक भारतीय के जीवन को बचाना इस समय मेरी, भारत सरकार की, देश की हर राज्य सरकार की, हर स्थानीय निकाय की, सबसे बड़ी प्राथमिकता है।" लोगों से सरकारी निर्देशों का पालन करने की अपील करते हुए मोदी ने कहा कि आने वाले 21 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो, कोरोना वायरस के संक्रमण चक्र को तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम है । उन्होंने लोगों से अपील की कि चाहे जो हो जाएं, घर में रहें और एक ही काम करें कि अपने घर में रहें। उन्होंने लोगों से कहा कि यह धैर्य और अनुशासन का समय है और जब तक देश में लॉकडालन की स्थिति है, हमें अपना संकल्प और वचन निभाना है । मोदी ने कहा कि हमें कोरोना वायरस के फैलने की श्रृंखला को तोड़ना है। आज के फैसले ने, देशव्यापी लॉकडाउन ने आपके घर के दरवाजे पर एक लक्ष्मण रेखा खींच दी है ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी देशों के दो महीनों के अध्ययन से जो निष्कर्ष निकल रहा है, और विशेषज्ञ भी यही कह रहे हैं कि कोरोना से प्रभावी मुकाबले के लिए एकमात्र विकल्प है- सामाजिक दूरी। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने का इसके अलावा कोई तरीका नहीं है, कोई रास्ता नहीं है। कोरोना को फैलने से रोकना है, तो इसके संक्रमण के चक्र को तोड़ना ही होगा मोदी ने कहा कि कुछ लोग इस गलतफहमी में हैं कि सामाजिक दूरी बनाना केवल बीमार लोगों के लिए आवश्यक है। ये सोचना सही नहीं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सामाजिक दूरी हर नागरिक के लिए है, हर परिवार के लिए है, परिवार के हर सदस्य के लिए है। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोगों की लापरवाही, कुछ लोगों की गलत सोच, आपको, आपके बच्चों को, आपके माता पिता को, आपके परिवार को, आपके दोस्तों को, पूरे देश को बहुत बड़ी मुश्किल में झोंक देगी। ’’ मोदी ने कहा कि 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का जो संकल्प हमने लिया था, एक राष्ट्र के नाते उसकी सिद्धि के लिए हर भारतवासी ने पूरी संवेदनशीलता के साथ,पूरी जिम्मेदारी के साथ अपना योगदान दिया।
उन्होंने कहा कि बच्चे-बुजुर्ग, छोटे-बड़े, गरीब-मध्यम वर्ग-उच्च वर्ग, हर कोई परीक्षा की इस घड़ी में साथ आया । एक दिन के जनता कर्फ़्यू से भारत ने दिखा दिया कि जब देश पर संकट आता है,जब मानवता पर संकट आता है तो किस प्रकार से हम सभी भारतीय मिलकर, एकजुट होकर उसका मुकाबला करते हैं। मोदी ने कहा कि आप कोरोना वैश्विक महामारी पर पूरी दुनिया की स्थिति को समाचारों के माध्यम से सुन भी रहे हैं और देख भी रहे हैं। आप ये भी देख रहे हैं कि दुनिया के समर्थ से समर्थ देशों को भी कैसे इस महामारी ने बिल्कुल बेबस कर दिया है।