समुद्र में भारत की चीन को चुनौती, PM मोदी ने घातक पनडुब्बी INS कलवरी देश को किया समर्पित
यह स्कॉर्पिन श्रेणी की उन 6 पनडुब्बियों में से पहली पनडुब्बी है, जिसे भारतीय नौसेना में शामिल किया गया है। यह मेक इन इंडिया पहल की कामयाबी को दर्शाता है। इस परियोजना को फ्रांस के सहयोग से चलाया जा रहा है।
नई दिल्ली: भारत के 17 साल के लंबे इंतजार के बाद समंदर में सबसे बड़ी ताकत मिली है। भारत की समुद्री सीमा में चीन और पाकिस्तान की घुसपैठ को जवाब देने के लिए भारतीय नौसेना की पनडुब्बी आईएनएस कलवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को समर्पित किया। आईएनएस कलवरी 120 दिन के कड़े ट्रायल को पास कर चुकी है। इस पनडुब्बी में लगे हथियारों का भी ट्रायल हो चुका है।
यह स्कॉर्पिन श्रेणी की उन 6 पनडुब्बियों में से पहली पनडुब्बी है, जिसे भारतीय नौसेना में शामिल किया गया है। यह मेक इन इंडिया पहल की कामयाबी को दर्शाता है। इस परियोजना को फ्रांस के सहयोग से चलाया जा रहा है।
LIVE UPDATES
#जम्मू कश्मीर में 200 से अधिक आतंकी मारे गए और घाटी में पत्थरबाजी की वारदातों में भी कमी आई-पीएम
#कहा जाता है कि 21वीं सदी एशिया की है। ये भी तय है कि 21वीं सदी के विकास का रास्ता हिंद महासागर से होकर ही जाएगा। इसलिए हिंद महासागर की हमारी सरकार की नीतियों में विशेष जगह है। ये अप्रोच, हमारे विजन में झलकती है
#समुद्र में निहित शक्तियां हमें राष्ट्र निर्माँण के लिए आर्थिक ताकत प्रदान करती हैं। इसलिए भारत उन चुनौतियों को लेकर भी गंभीर है, जिनका सामना भारत ही नहीं बल्कि इस क्षेत्र के अलग-अलग देशों को करना पड़ता है
#चाहे समुद्र के रास्ते आने वाला आतंकवाद हो, Piracy की समस्या हो, ड्रग्स की तस्करी हो या फिर अवैध फिशिंग, भारत इन सभी चुनौतियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है
#देश की चुनौतियों का स्वरूप बदल चुका है-पीएम मोदी
#भारतीय नौसेना मदद में कभी पीछे नहीं रही-पीएम मोदी
#भारत हर चुनौतियों को लेकर गंभीर-पीएम मोदी
#'SAGAR का मतलब सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फार ऑल रीजन'
#'21वीं सदी के विकास का रास्ता हिंद महासागर से निकलेगा'
#पनडुब्बी निर्माण में मदद के लिए फ्रांस का शुक्रिया-पीएम
#कलवरी मेक इन इंडिया का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण-पीएम
#कलवरी को राष्ट्र को समर्पित करना सौभाग्य की बात- पीएम
#टाइगर शार्क की शक्ति नौसेना को मजबूत करेगी-पीएम
#'पनडुब्बी निर्माण में लगे हर कारीगर को मेरा अभिनंदन'
#रक्षा क्षेत्र में उठाया गया बड़ा कदम-पीएम मोदी
कलवरी पनडुब्बी का निर्माण प्रोजेक्ट 75 के तहत मझगांव डॉक पर ही हुआ है, ये पनडुब्बी गुपचुप तरीके से हमला करती है और ऑटोमेटिक हथियार इसकी ताकत को दोगुना कर देते हैं। कलवरी पनडुब्बी गहरे पानी में हो या सतह पर दोनों जगहों से ये अचूक हमला कर सकती है। ये पनडुब्बी चालीस से पचास दिन तक समन्दर के अंदर रह सकती है और समन्दर के अंदर 350 मीटर की गहराई तक इसका परीक्षण किया जा चुका है।
61.7 मीटर लंबी ये पनडुब्बी 20 नॉट यानि लगभग 37 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तर से दौड़ सकती है। इसके अंदर 18 ब्लैक शार्क हैवीवेट टॉरपीडो लगे हैं। एंटी शिप मिसाइल वरुणास्त्र से भी इस मिसाइल को लैस किया गया है। इसमें 30 माइन्स भी फिट की जा सकती हैं। देश की अभिमान बनने जा रही ये पनडुब्बी तो अभी ट्रेलर है, जल्द ही नेवी को और ताकत मिलने वाली है।