कर्नाटक संकट: भाजपा के राज्यसभा सदस्य से जुड़ी कंपनी का है विधायकों को मुम्बई ले जाने वाला विमान
कांग्रेस और जनता दल (एस) के 10 असंतुष्ट विधायक जिस चार्टर्ड विमान में बेंगलुरू से मुम्बई गए, वह भाजपा के राज्यसभा सदस्य राजीव चंद्रशेखर से जुड़ी एक कंपनी का है।
बेंगलुरु: कांग्रेस और जनता दल (एस) के 10 असंतुष्ट विधायक जिस चार्टर्ड विमान में बेंगलुरु से मुम्बई गए, वह भाजपा के राज्यसभा सदस्य राजीव चंद्रशेखर से जुड़ी एक कंपनी का है। यह जानकारी कंपनी सूत्रों ने यहां दी। विमान जूपिटर कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड का है। चंद्रशेखर कंपनी के संस्थापक और चेयरमैन हैं। कंपनी के अधिकारियों ने यह स्वीकार किया कि विधायकों को ले जाने वाला विमान जूपिटर कैपिटल का है। उन्होंने यद्यपि यह स्पष्ट किया कि वे एक कंपनी चला रहे हैं और जो कोई भी विमान का इस्तेमाल करना चाहे वह कर सकता है।
कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा, ‘‘यह चार्टर ऑपरेशन है और विमान को नियमित तौर पर विभिन्न व्यक्तियों द्वारा किराये पर लिया जाता है।’’ अधिकारियों ने हालांकि इस बारे में कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया कि उड़ान की बुकिंग किसने और किसकी ओर से की थी।
कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर कर्नाटक में जेडीएस के साथ पार्टी की सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार को सत्ता से हटाने के लिए षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, पूर्व केंद्रीय मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे और कर्नाटक के जल संसाधन मंत्री डी के शिवकुमार ने रविवार को अपना यह आरोप दोहराया कि इस दक्षिणी राज्य में वर्तमान राजनीतिक उथल पुथल के पीछे भाजपा है। यद्यपि भाजपा ने कहा कि उसका इससे कोई लेना देना नहीं है और यह विद्रोह दोनों सत्ताधारी सहयोगी साझेदारों के बीच विवादों का परिणाम है।
कांग्रेस प्रवक्ता के ई राधाकृष्णन ने कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि इसके (सरकार गिराने की कोशिश) पीछे उनका (भाजपा का) हाथ है। वे लोगों को मूर्ख नहीं बना सकते। भाजपा के केंद्रीय नेता इसमें शामिल हैं। उनकी भूमिका पूरी तरह से स्पष्ट है।’’ उन्होंने दावा किया कि असंतुष्ट विधायकों के शनिवार को राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात करके राजभवन से बाहर आने के बाद उन्हें ले जाने के लिए चार्टर्ड विमान को यहां एचएएल हवाई अड्डे पर तैयार रखा गया था।
राधाकृष्णन ने आरोप लगाया कि सरकार गिराने का षड्यंत्र एक सप्ताह पहले रचा गया था जब जदएस विधायक ए एच विश्वनाथ दिल्ली गए थे और वहां भाजपा नेताओं से मिले थे। विश्वनाथ से सम्पर्क नहीं हो सका।
कर्नाटक में जेडीएस- कांग्रेस सरकार गठबंधन के 12 विधायकों द्वारा शनिवार को राज्य विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा सौंपने के बाद संकट का सामना कर रही है। सत्ताधारी गठबंधन के पास 224 सदस्यीय विधानसभा में 118 विधायक हैं और यदि इन विधायकों के इस्तीफे स्वीकार हो जाते हैं तो उसे सदन में बहुमत खोने का खतरा है।