हाफलोंग। असम के दीमा हसाओ जिले में एक पनबिजली संयंत्र तक पानी पहुँचाने वाली पाइपलाइन फटने के बाद से उन चार लोगों का मंगलवार तक कोई पता नहीं चल पाया है जो पंप हाउस में फंसे थे। यह पाइपलाइन सोमवार को फटी थी। कोपीली हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्लांट तक प्रति सेकंड 12,000 लीटर पानी पहुँचाने वाली पाइपलाइन फटने के कारण पंप हाउस सहित संयंत्र का बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया। इसके बाद से राज्य सरकार के अधीन आने वाली नार्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कारपोरेशन (नीपको) के तीन कर्मचारी और एक अन्य कर्मी का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है।
अधिकारियों ने बताया कि लापता व्यक्तियों की पहचान रोबर्ट बेट, प्रेमपाल बाल्मीकि, जॉय सिंग टिस्सू, और राजू रेड्डी के रूप में की गयी हैं। दीमा हसाओ जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के परियोजना अधिकारी रिक्की फूकन के अनुसार सोमवार को दुर्घटनास्थल पर एक बचाव दल भेजा गया था जो लापता व्यक्तियों की खोज कर रहा है। फूकन ने बताया कि पानी के अत्यधिक दबाव के कारण बचाव दल को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पानी कम होने पर ही खोजी दल सुगमता से काम कर पायेगा। दुर्घटना के बाद नीपको ने पानी का दबाव कम करने के लिए जलाशय के सभी दरवाजे खोल दिए हैं।
दीमा हसाओ जिले के प्रशासनिक उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल पर पहुँच कर स्थिति का जायजा लिया। परियोजना स्थल पर कुछ अन्य स्थानों पर फंसे लोगों को बचा लिया गया है। कोपीली पनबिजली परियोजना कोपीली नदी पर स्थित है जिसकी शुरुआत 1976 में हुई थी। यह नीपको की पहली परियोजना थी जिसकी कुल क्षमता 275 मेगावाट है।
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