नागपुर. देश के सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को नागपुर में पहले कमर्शियल Liquified Natural Gas (LNG) फिलिंग स्टेशन का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि LNG, CNG और इथेनॉल जैसे वैकल्पिक ईंधन के अधिक उपयोग से पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी से राहत मिलेगी, जिसकी वजह से अब लोग परेशान हैं। गडकरी ने कहा कि वाहन ईंधन के रूप में इथेनॉल का उपयोग पेट्रोल की तुलना में कम calorific value के बावजूद कम से कम 20 रुपये प्रति लीटर बचाने में मदद करेगा।
एलएनजी के आर्थिक लाभ पर प्रकाश डालते हुए मंत्री ने कहा कि आंकड़ों से पता चलता है कि एक पारंपरिक ट्रक इंजन को एलएनजी इंजन में बदलने की औसत लागत 10 लाख रुपये थी। ट्रक साल में लगभग 98,000 किमी चलते हैं, इसलिए एलएनजी में बदलने के बाद 9-10 महीनों में प्रति वाहन 11 लाख रुपये की बचत होगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "हम लोग अपनी अर्थव्यवस्था में पेट्रोल-डीजल और पेट्रोलियम उत्पादों के आयात पर 8 लाख करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं, जो एक बड़ी चुनौती है। हमने एक नीति तैयार की है जो आयात के विकल्प को लागत प्रभावी प्रदूषण मुक्त व स्वदेशी इथेनॉल, जैव सीएनजी, एलएनजी और हाइड्रोजन ईंधन के विकास को प्रोत्साहित करती है।"
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मंत्रालय विभिन्न वैकल्पिक ईंधनों पर लगातार काम कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि "हमें चावल, मक्का और चीनी को बर्बाद होने से बचाने के लिए अधिशेष का उपयोग करना होगा। फ्लेक्स इंजन के बारे में श्री गडकरी ने कहा कि ऑटोमोबाइल विनिमार्ताओं विशेषकर चौपहिया और दुपहिया वाहनों के लिए फ्लेक्स इंजन बनाना अनिवार्य करने के संबंध में तीन महीने में निर्णय लिया जाएगा।"
उन्होंने बताया कि एलएनजी दुनिया भर में लंबी दूरी के परिवहन के लिए सबसे पसंदीदा ईंधन के रूप में उभर रहा है। अमेरिका, कनाडा और ब्राजील जैसे कई देशों के पास फ्लेक्स इंजन पहले से ही हैं। उन्होंने कहा कि वाहन की कीमत एकसमान रहती है, चाहे वह पेट्रोल हो या फ्लेक्स इंजन।
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